एमपी न्यूज: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की आचार संहिता (Code of Conduct) लगने के बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना (Mukhyamantri Kanyadan Yojana) के तहत होने वाले सामूहिक विवाह निरस्त कर दिए गए हैं. इस वजह से मध्य प्रदेश के हजारों परिवार इससे प्रभावित हो रहे हैं. इसके अलावा सैकड़ों शादियां खटाई में पड़ गई हैं. यहां तक की लोगों को मकान गिरवी रखकर विवाह करना पड़ रहा है. कई जिलों में समाजसेवी आगे आकर गरीब परिवारों के सपने पूरे कर रहे हैं. विदिशा में इसी तरह के एक आयोजन में हिंदू और मुस्लिम दूल्हे एक ही बग्घी में सवार होकर निकले. इस जुलूस का जोरदार स्वागत भी किया गया.


कहां समाजसेवियों ने कराई शादी


विदिशा में जब मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत होने वाले विवाह सम्मेलन को निरस्त करने की खबर आई तो 38 परिवारों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं. यहां पर बाढ़ वाले गणेश मंदिर समिति के सदस्यों और समाजसेवियों ने 20 परिवारों के सपनों को पूरा किया. जन सहयोग से 18 गरीब बेटियों की शादी करवाई गई. इसके अलावा एक निकाह भी हुआ. 


समाजसेवियों के सहयोग से इन जोड़ों को गैस चूल्हा, अलमारी, बिछिया सहित घरेलू जरूरी सामान और 10 हजार रुपये एफडी भी भेंट की गई. इस दौरान सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी देखने को मिली, जब एक हिंदू और एक मुस्लिम दूल्हा एक ही बग्घी में सवार होकर निकले.


बेटी की शादी के लिए मजदूर ने गिरवी रखा घर


वहीं खरगोन में विवाह सम्मेलन स्थगित होने की वजह से एक गरीब परिवार को अपने घर को गिरवी रख कर विवाह समारोह संपन्न कराना पड़ा. खरगोन निवासी गजानंद नामक मजदूर ने अपनी बेटी की शादी के लिए मकान को गिरवी रख दिया. बताया जाता है कि उनकी बेटी की बारात इंदौर से आने वाली थी. लेकिन ऐन वक्त पर विवाह समारोह निरस्त हो गया. 


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