MP Vande Bharat Train: मध्य प्रदेश में पहली 'वंदे भारत' ट्रेन के लिए इंतेजार थोड़ा आगे सरक गया है. अब नए वित्तीय वर्ष यानी अप्रैल 2023 में पटरी पर इस ट्रेन के दौड़ने की संभावना जताई जा रही है. पूर्व में इसे मार्च के अंतिम सप्ताह में जबलपुर-इंदौर के बीच चलाने की प्लानिंग की गई थी, लेकिन रैक न मिलने से मामला एक महीने आगे बढ़ गया.


बता दें, जबलपुर-इंदौर रूट पर 'वंदे भारत ट्रेन' चलने से मध्य प्रदेश के तीन प्रमुख शहर इंदौर, भोपाल और जबलपुर आपस में तीव्र गति की रेल सुविधा से जुड़ जाएंगे. यह ट्रेन जबलपुर-इंदौर के बीच भोपाल के रास्ते दौड़ेगी. जबलपुर रेल मंडल में 'वंदे भारत ट्रेन' चलाने की तैयारी लगभग पूर्ण हो गई है. यहां के कोचिंग यार्ड में 'वंदे भारत ट्रेन' के रैकों का रख-रखाव किया जाएगा.


चेन्नई से आएंगे वंदे भारत के लिए नए रैक
उच्च पदस्थ रेल सूत्रों ने बताया कि पहले मध्य प्रदेश में पहली 'वंदे भारत ट्रेन' मार्च के अंतिम हफ्ते में चलाने की योजना थी, लेकिन इसका रैक अचानक से महाराष्ट्र को दे दिया गया. अब इसे नए सिरे से अप्रैल में चलाने की तैयारी की जा रही है. अप्रैल में चेन्नई से 'वंदे भारत ट्रेन' के नए रैक मिलने की बात कही जा रही है.


दरसअल, चुनावी साल होने कारण मध्य प्रदेश में जल्द से जल्द 'वंदे भारत ट्रेन' चलाने के लिए बीजेपी नेता रेल मंत्रालय पर दबाव बना रहे हैं. शिवराज सरकार भी 'वंदे भारत ट्रेन' चालू करने के लिए प्रयासरत है. कहा जा रहा है कि चेन्नई की रेल कोच फैक्ट्री से रैक मिलते ही मध्य प्रदेश की पहली 'वंदे भारत ट्रेन' दौड़ा दी जाएगी. वहीं, इंदौर से जयपुर के बीच एक और वंदे भारत ट्रेन चलाने की भी तैयारी की जा रही है.


कोचिंग यार्ड में होगा रैकों का रखरखाव
रेल सूत्रों का कहना है कि मध्य प्रदेश के रेल के यात्रियों को जल्द ही 'वंदे भारत ट्रेन' में सफर का आनंद मिल सकेगा. उच्च पदस्थ रेल सूत्रों की मानें तो इस रूट पर देश की सबसे तेज गति की ट्रेन चलाने की तैयारी मंडल स्तर पर पूर्ण कर ली गई हैं. ट्रेन के आधुनिक रैकों के रखरखाव की जिम्मेदारी भी जबलपुर मंडल के होगी. इसके लिए मुख्य स्टेशन से लगे कोचिंग यार्ड में इन रैकों का रखरखाव किया जाएगा.


ये होगा वंदे भारत का समय 
फिलहाल जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक वंदे भारत ट्रेन जबलपुर से सुबह 5.00 बजे चलकर इटारसी, भोपाल, उज्जैन होते हुए इंदौर पहुंचेगी. वापसी में यह ट्रेन दोपहर 3.00 बजे इंदौर से रवाना होकर इसी मार्ग से जबलपुर वापस आएगी.


हालांकि, वंदे भारत ट्रेन की स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे की है, लेकिन जबलपुर से भोपाल और भोपाल से इंदौर के बीच बने रेलवे ट्रैक की अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा की है. इसके चलते इस रूट पर वंदे भारत ट्रेन को उसकी फुल स्पीड से चलाना संभव नहीं होगा. इसे ध्यान में रखते हुए मंडल का ऑपरेटिंग विभाग इसे औसत 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पर चला सकता है. इसका सफर करीब 7 से घंटे में पूरा होगा.


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