Vande Metro from Indore to Ujjain: मध्य प्रदेश में वंदे मेट्रो का इंतजार खत्म होने वाला है. साल 2028 में आने वाले सिंहस्थ के लिए इंदौरवासी अब आराम से उज्जैन पहुंच कर महाकाल के दर्शन कर सकेंगे. जल्द ही इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे मेट्रो (Vande Metro) का सफर शुरू होने वाला है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस प्रोजेक्ट के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इसको लोकर चर्चा की.


अगर वंदे मेट्रो प्रोजेक्ट का काम सिंहस्थ से पहले तक पूरा हो जाता है तो इंदौर से उज्जैन की दूरी केवल 55 मिनट की हो जाएगी. फिलहाल, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के जरिए उज्जैन से इंदौर तक का सफर 40 मिनट में तय हो जाता है. ऐसा तब जब ट्रेन किसी स्टेशन पर न रुके. हालांकि, एक्सप्रेस ट्रेन दिन में एक बार चलती है जबकि मेट्रो ट्रेन एक दिन में कई बार राउंड लेगी.


इंदौर-उज्जैन सड़क और रेल मार्ग का अंतर
जानकारी के लिए बता दें कि अभी सड़क मार्ग से इंदौर से उज्जैन जाएं तो दूरी 55 किलोमीटर की होती है, जो कि एक घंटे में पूरी की जा सकती है. वहीं, एक्सप्रेस ट्रेन के जरिए इंदौर-उज्जैन की दूरी 79 किलोमीटर है, जिसे 1 घंटे 55 मिनट में पूरा किया जाता है. इसके अलावा, एक रूट इंदौर-फतेहाबाद-उज्जैन का है, जो 62 किलोमीटर का मार्ग है. ट्रेन से पहुंचने में एक घंटा 25 मिनट लगता है. 


120 kmph की स्पीड से चलेगी वंदे मेट्रो
जानकारी के अनुसार, इंदौर-उज्जैन के लिए प्रस्तावित वंदे मेट्रो की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी जो 79 किलोमीटर का सफर 55 मिनट में तय कर लेगी. गौरतलब है कि उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर बनने के बाद भी श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है. अभी हजारों-लाखों की संख्या में लोग इंदौर से सड़क मार्ग के जरिए उज्जैन पहुंचते हैं. अगर वंदे मेट्रो शुरू हो जाती है तो रोड ट्रैफिक का दबाव कम होगा और हादसों की आशंका भी कम हो जाएगी. इसी के साथ यह लोगों के लिए किफायती भी रहेगी. 


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