MP Politics: कहते हैं राजनीति में इच्छाओं की कभी पूर्ति नहीं होती है. कुछ इसी तरह का उदाहरण इन दिनों मध्य प्रदेश की राजनीति में देखने को मिल रहा है. लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बीजेपी नेता एक बार फिर संभावनाओं की तलाश में जुट गए हैं. मध्य प्रदेश बीजेपी के मंत्री-विधायक, सांसद और संगठन से जुड़े नेता कामकाज की हर छोटी-बड़ी गतिविधियों को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.


बता दें कि इसी महीने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रदेश की सभी 29 सीटों पर कमल खिलाया है. इससे पहले बीजेपी को 2014 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश से 27 सीटें मिली थी.


2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश ने 28 और अब 29 सांसद बीजेपी को दिये हैं. लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी नेता अब नई संभावनाओं की तलाश में जुट गए हैं. प्रदेश के मंत्री, विधायक, नवनिर्वाचित सांसद सोशल मीडिया पर हर छोटी-बड़ी गतिविधियों के फोटो-वीडियो शेयर कर रहे हैं. 


इसी महीने खत्म हो रहा वीडी शर्मा का कार्यकाल
बतौर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल सफल माना जा रहा है. उन्होंने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 163 सीटों पर जीत दिलायी. हालिया संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने रिकार्ड कायम करते हुए प्रदेश की सभी 29 सीटों पर कमल खिलाया. वीडी शर्मा के सफल कार्यकाल को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी केन्द्रीय संगठन में जगह दे सकती है. मध्य प्रदेश बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलने तक वीडी शर्मा ही कामकाज संभालेंगे.


नए प्रदेश अध्यक्ष की रेस में इन नेताओं के नाम


नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए उम्मीदवारों को तलाश किया जा रहा है. संभावित नामों में बीजेपी की ज्वाइनिंग टोली के संयोजक नरोत्तम मिश्रा, वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते की चर्चा है. प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर काबिज डॉ. मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं. ऐसे में अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ब्राह्मण या एससी-एसटी समाज से बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि नये फार्मूला में नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव फिट बैठते हैं. आदिवासी वर्ग को साधने के लिए मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को भी प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी जा सकती है.


केंद्र के बाद अब MP में किसानों पर फोकस, मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक में हो सकते हैं बड़े फैसले