Vidisha buddharam News: मध्य प्रदेश में विदिशा जिले के ग्राम घाटखेड़ी में 24 अगस्त 2021 को प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने एक कार्यक्रम में शिरकत की थी. इस दौरान राज्यपाल ने ग्राम घाटखेड़ी निवासी आदिवासी बुद्धराम के यहां भोजन करने के साथ ही और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो मकान उसने बनाया था, उसका शुभारंभ किया था. अब इस शुभारंभ को लेकर बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आ रहा है.

 

दरअसल राज्यपाल का दौरा था, इसलिए आनन-फानन में स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और सरपंच ने बुद्धराम के घर में वे सभी सुविधाएं उपलब्ध करा दीं जो एक घर के लिए आवश्यक होती हैं. जैसे घर में गेट, पंखा आदि. साथ ही मजदूरों द्वारा बुद्धराम के घर के आसपास की सफाई करा दी गई. लेकिन ये सब राज्यपाल को दिखाने मात्र के लिए था. कुछ समय बाद प्रशासन ने बुद्धराम के घर में लगा हुआ पंखा, गेट आदि निकलवा लिया और राज्यपाल के कार्यक्रम में जो सफाई कराई गई थी, उसकी मजदूरी का बिल उसे थमाकर जल्द भरने के लिए कहा गया.

 



 

हमें धोखे का एहसास हो रहा है: बुद्धराम

 

वहीं इस बिल को देख बुद्धराम का पूरा परिवार परेशान हो गया. उन्होंने 'ABP न्यूज़' से बातचीत में बताया "यदि पहले से हमें यह जानकारी होती तो इतनी महंगी गेट नहीं लगाने देते. हमें तो यह लगा कि यह सब सरकार ने दिया है. लेकिन ये बिल देख हमें धोखे का एहसास हो रहा है." यही नहीं इस दौरान बुद्धराम के घर में दो योजनाओं का हाल भी दिख गया. उज्ज्वला का गैस सिलेंडर और चूल्हा भी उसी दिन मिला था, जिस दिन राज्यपाल आए थे. लेकिन उसका उपयोग भी नहीं हो रहा है. 6 लोगों के परिवार को चलाने वाले बुद्धराम दिहाड़ी कर रहे हैं. अब भी अपने पुराने टपरे में ही रहते हैं क्योंकि घर बाहर से पूरा और अंदर से अधूरा है.

 



 

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