Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के विदिशा (Vidisha) जिले का लटेरी वन क्षेत्र इन दिनों सागौन तस्करों के कब्जे में दिखाई दे रहा है. लटेरी सुठालिया का यह क्षेत्र पूरे मध्य प्रदेश के अंदर सागौन के हरे भरे वनों के लिए जाना जाता है लेकिन 33,000 से अधिक हेक्टेयर का यह सागौन का वन क्षेत्र वर्तमान में बुरी तरह सागौन तस्करों का शिकार बना हुआ है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बड़ी-बड़ी मशीनों के द्वारा बिना रोक-टोक इन जंगलों में सागौन की अंधाधुंध कटाई जारी है. यहां तस्करों का खौफ इतना है कि वन विभाग (Forest Department) की टीम पेट्रोलिंग करने के लिए जंगलों के अंदर तक नहीं जाती है.
धड़ल्ले से हो रही तस्करी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 से 40 बाइक पर कुछ लड़के प्रतिदिन सागौन की सिल्ली इधर से उधर सप्लाई करने का काम करते हैं. यह बेरोक टोक होता है और लकड़ी सीधे फर्नीचर बनाने वालों को सौंप देते हैं. तस्करी का आलम यह है कि मध्य प्रदेश के विभिन्न इलाकों सहित राजस्थान में भी सागौन की यहां से धड़ल्ले से तस्करी की जा रही है. वन विभाग के द्वारा कई बार कार्रवाई की जाती है और सागौन जब्त की जाती है लेकिन इसके बावजूद भी सागौन तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह फिर से अपना नया सिस्टम तैयार कर लेते हैं.
फोर्स की कमी है-डीएफओ
इसी संबंध में जब डीएफओ से एबीपी संवाददाता ने चर्चा करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारे पास फोर्स की कमी है. हमने फोर्स की मांग की है. अधिक मात्रा में फोर्स उपलब्ध होने पर तस्करों से लड़ा जा सकता है. वहीं सोशल मीडिया पर तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो लटेरी क्षेत्र के जंगल का बताया जा रहा है जहां सागौन माफिया द्वारा मोटरसाइकिल पर सागौन की तस्करी खुलेआम की जा रही है.
कर रहे हैं खूब कमाई
सबसे खास बात यह है कि लटेरी से सागौन ले जाकर वे 30 किमी दूर सुठालिया सागौन के फनीर्चर कारोबारी के सबसे बड़े ठिकाने पर ले जाते हैं. वे यहां पर प्रतिदिन 100 से अधिक बाईको पर सागौन की सिल्ली लाकर सौदा करते हैं. यहां कीमत सात सौ से एक हजार होती है और तस्कर इससे ज्यादा कीमत लेना चाहते हैं तो फिर सुठालिया क्षेत्र की आखिरी सीमा पार करते हुए राजस्थान के मनोहर थाना पार करके राजस्थान में दुगने दाम में यह सागौन बेच देते हैं.
रखवा लेते हैं मोबाइल फोन
ऐसा ही नहीं सूत्रों ने यह भी बताया कि सुठालिया कस्बे में गली गली में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. 3 मंजिल मकान के बड़े-बड़े हाल में हर तरह का सागौन का फर्नीचर मिलेगा. वहीं सागौन तस्कर नए लोगों को देखकर उनका मोबाइल फोन रखवा लेते हैं जिसके बाद वे सुठालिया के अंदर सौदे की बात करते हैं.