Ujjain: उद्योगपुरी में विस्तार की योजना, पांच गांव की जमीन होगी अधिग्रहित, मिलेगा दोगुना मुआवजा
Ujjain News: उज्जैन की विक्रम उद्योग पुरी का विस्तारीकरण किया जा रहा है. 1200 एकड़ जमीन पर विस्तारीकरण होगा, जिसमें पांच गांव की जमीन अधिग्रहित की जाएगी.यहां पर 85 बड़े उद्योग लग रहे हैं.
MP NEWS: उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में उद्योगों के लिए जगह फुल हो गई है. अब विक्रम उद्योग पुरी का विस्तारीकरण किया जा रहा है, जिसमें पांच गांव की जमीन अधिग्रहित की जाएगी. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसानों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, उन्हें गाइडलाइन का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा.
एमपी आईडीसी (मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) के अधिकारी राजेश राठौड़ ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि उज्जैन की विक्रम उद्योग पुरी के प्रति उद्योगपतियों का आकर्षण काफी बढ़ चुका है. यहां पर पहले चरण में 1130 एकड़ जमीन पर औद्योगिक क्षेत्र बसाया गया था, जो कि पूरा हो गया है. यहां पर 85 बड़े उद्योग लग रहे हैं.
20,000 मजदूरों को मिल सकेगा रोजगार - अधिकारी राठौड़
अधिकारी राजेश राठौड़ ने कहा कि 85 उद्योगों में से कुछ उद्योग शुरू हो गए हैं, जबकि अधिकांश उद्योगों का काम चल रहा है. आने वाले 1-2 साल में सभी उद्योग चलन में आ जाएंगे. वर्तमान में विक्रम उद्योगपुरी में 4000 श्रमिकों को काम मिल रहा है. जब सभी 85 उद्योग शुरू हो जाएंगे तो ये आंकड़ा 20,000 के आसपास पहुंचने की संभावना है.
उन्होंने ये भी कहा कि विक्रम उद्योग पुरी में उद्योगपतियों की काफी रुचि बढ़ रही है. इसी के चलते 1200 एकड़ जमीन पर विक्रम उद्योग पुरी का विस्तारीकरण किया जाएगा. इसके लिए सरकार की ओर से भी काफी सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं.
इन पांच गांव की जमीन का किया जाएगा अधिग्रहण
एमपीआईडीसी के अधिकारी राजेश राठौड़ ने बताया कि विक्रम उद्योग पुरी का विस्तार ग्रहण किया जाएगा, जिसमें मुंजा खेड़ी, चैनपुर हंस खेड़ी, नरवर, गावड़ी और माधौपुर के किसानों की जमीन को अधिग्रहित किया जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ऐलान किया है कि किसानों से जो भी जमीन ली जाएगी उसका मुआवजा गाइडलाइन के हिसाब से 2 गुना दिया जाएगा, इसलिए किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.
उज्जैन, देवास और इंदौर का होगा औद्योगिक विकास
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के मुताबिक विक्रम उद्योग पुरी में बड़े उद्योगों के स्थापित होने से उज्जैन ही नहीं बल्कि देवास और इंदौर को भी लाभ मिलेगा. इसके अलावा शाजापुर सहित आसपास के जिले के लोगों को भी रोजगार उपलब्ध होंगे. इस उद्योग पुरी के जरिए भविष्य में लाखों लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे.
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