MP News: कूनों में चीतों की मौत से दुखी हैं श्योपुर के ग्रामीण, खुशहाली के लिए किया सुंदरकांड का पाठ और जलाई अखंड ज्योति
Bhopal News: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों और उनके शावकों की मौत से दुखी हैं ग्रामीण. वो चीतों की सलामती के लिए सुंदर कांड का पाठ कर रहे हैं और अखंड ज्योति जलाई है.
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Wildlife of Madhya Pradesh: सात दशक बाद भारत की धरती पर फिर बसाए गए चीतों पर संकट नजर आ रहा है. इसे देखकर श्योपुर के ग्रामीण भी काफी दुखी हो गए हैं. चीतों की सलामती के लिए ग्रामीणों ने यज्ञ का आयोजन किया. इस यज्ञ में ग्रामीणों ने आहुति दी. बता दें कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में अब तक तीन शावकों सहित छह चीतों की मौत हो चुकी है.चीतों की लगातार हो रही मौत को लेकर अब मध्य प्रदेश सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने भी कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन को विशेष दिशा निर्देश दिए हैं.
सुंदर कांड का पाठ और यज्ञ
श्योपुर के कराहल के श्री मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में चीता मित्रों व ग्रामीणों द्वारा सुंदर कांड पाठ सहित यज्ञ का आयोजन किया गया. चीतों की सलामती के लिए अखंड ज्योति जलाई गई है. ग्रामीणों का मानना है कि चीता प्रोजेक्ट इस क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी है. इसलिए चीतों की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना की जा रही है. ग्रामीणों का मानना है कि चीतों के आने से यहां सैलानियों की संख्या में तेजी से इजाफा होगा. इससे संपूर्ण श्योपुर में निवेश बढ़ेगा. रोजगार में इजाफा होगा तो सभी को लाभ पहुंचेगा, इसलिए ग्रामीण चीतों की मौत से बहुत दुखी और चीतों की सलामती के लिए हवन यज्ञ और सुंदर कांड पाठ का आयोजन कर रहे हैं.
24 से घटकर 18 हुई चीतों की संख्या
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. इसके बाद बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रिका से 12 चीते लाए गए थे. इस तरह से चीतों की संख्या 20 हो गई थी. कुनो में 24 मार्च को बड़ी खुशी आई थी. पार्क में मादा चीता ज्वाला (सियाया) ने 4 शावकों को जन्म दिया था. इसके बाद चीतों की संख्या में 24 हो गई थी. लेकिन इसके बाद से ही कूनो नेशनल पार्क से बुरी खबरें भी सामने आने लगीं. 27 मार्च को हुई मादा चीता साशा की मौत हो गई. 23 अप्रैल को नर चीता उदय की मौत हो गई. वहीं नौ मई को दक्षा की मौत हो गई. इसके बाद 23 मई को एक चीता शावक की मौत हो गई तो 25 मई को दो शावकों ने दम तोड़ दिया. पार्क में अब एक शावक ही जिंदा बचा है. इससे कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या घटकर अब 18 रह गई है.
अधिकारियों ने ही उठाया था सवाल
बता दें कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने एक नोट शीट लिखी थी. इसमें चीता प्रोजेक्ट को लेकर टेंशन बढ़ा दी है. मुख्य वन्यप्राणी ने नोटशीट में उन्होंने कूनो नेशनल पार्क से सात चीतों को अन्य जगह शिफ्ट किए जाने की बात कही थी.उन्होंने लिखा था कि कूनो नेशनल पार्क में पर्याप्त जगह नहीं है.वन विभाग के अपर मुख्य सचिव जेएस कंसोटिया को लिखे नोट में चौहान ने चीतों को अन्य जगह शिफ्ट करने की सलाह दी थी.उन्होंने लिखा कि कूनो नेशनल पार्क में 21 चीतों को रखने की क्षमता है.
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