खंडवा: मध्य प्रदेश में बीजेपी (BJP) की विकास यात्रा में स्थानीय नागरिकों के विरोध की खबरें आने लगी हैं. खंडवा में बीजेपी का अच्छा खासा वर्चस्व है.इसके बाद भी यहां स्थानीय बीजेपी विधायकों के खिलाफ जनता मुखर होने लगी है.खंडवा की पंधाना विधानसभा से विधायक राम दांगोरे के खिलाफ ग्रामीण विरोध में उतर आए हैं.बता दें कि दांगोरे प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता भी हैं. बीजेपी की विकास यात्रा के दौरान वो पंधाना विधानसभा क्षेत्र (Pandhana Assembly Constituency) के ग्राम गरणगांव के दौरे पर थे. वहां विकास यात्रा के मंच पर ग्रामीणों ने विरोध जताया.विरोध करने वाले ग्रामीणों ने 'विधायक मुर्दाबाद' के नारे भी लगाए और पंडाल में रखी कुर्सियां में तोड़फोड़ की.
विधायक ने सफाई में क्या कहा है
इसके बाद राम दांगोरे ने एक वीडियो जारी कर कहा कि गरण गांव में जो विरोध हुआ है, वह जयस संगठन के कार्यकर्ताओं ने किया है.विधायक ने कहा कि जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद जयस संगठन के कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई थीं. इसके खिलाफ उन पर केस दर्ज किया गया था.विकास यात्रा के दौरान जयस के कार्यकर्ता उस मामले में दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग कर रहे थे.लेकिन यह मामला देश से जुड़ा हुआ मामला है.इस मामले में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा.जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई की जा रही है, जो उनका सहयोग करेगा उन पर भी कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस का बीजेपी पर हमला
वहीं कांग्रेस ने भी इस पूरे मामले को आड़े हाथों लिया है.कांग्रेस के मीडिया प्रभारी प्रेमांशु जैन ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के झूठे वादे जनता समझ चुकी है.आज गांव में विकास कार्य नहीं हो रहा है, जो काम हुए हैं वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं.भारतीय जनता पार्टी की विकास यात्रा मजाक बनकर रह गई है.कांग्रेस शासनकाल में युवाओं को रोजगार और गांव का विकास कमलनाथ जी की पहली प्राथमिकता थी.कांग्रेस का कहना है कि जयस ने नहीं गांव के युवाओं ने ही एकमत होकर विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी ने केवल विकास के नाम पर खोखले वादे ही किए हैं.
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