One Nation One Election: सांसद विवेक तंखा का 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर बीजेपी पर तंज, बोले- 'I.N.D.I.A. के बढ़ते आत्मविश्वास ने डरा दिया'
One Nation One Election Reaction:केंद्र सरकार ने शुक्रवार को 'वन नेशन वन इलेक्शन' के लिए रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है. इसपर सियासी गलियारों में मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.
Vivek Tankha on One Nation One Election: राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस नेता विवेक तंखा ने अचानक संसद का 5 दिनों का सत्र बुलाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चौकाने वाली घोषणाएं करने का शौक है. विवेक तंखा ने कहा कि यदि इसका उद्देश्य नवंबर-दिसंबर में होने वाले 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों से बचने के लिए एक चुनाव एक राष्ट्र विधेयक पारित करना है, तो बीजेपी सचमुच बुरी हालत में है.
हालांकि, विवेक तंखा का यह बयान गुरुवार (31 अगस्त) का है, जब केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट करके संसद के दोनों सदनों का 18 से 22 सितंबर तक विशेष सत्र बुलाने की जानकारी दी थी. अपना बयान ट्वीटर (अब एक्स) पर पोस्ट करते हुए राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा ने इशारा किया कि संसद का यह विशेष सत्र वन नेशन वन इलेक्शन के लिए हो सकता है. उन्होंने ने लिखा, 'मोदी जी को चौंकाने वाली घोषणाएं करने का शौक है. संसद को 5 दिनों के लिए यानी 18 से 22 सितंबर तक बुलाने का फैसला दिमाग को चकराने वाला है.'
'गठबंधन के आत्मविश्वास ने बीजेपी को डरा दिया'
विवेक तंखा ने आगे कहा, 'यदि उद्देश्य नवंबर या दिसंबर में होने वाले 5 विधानसभा चुनावों से बचने के लिए एक चुनाव एक राष्ट्र विधेयक पारित करना है, तो माना जा सकता है कि बीजेपी सचमुच बुरी हालत में है. संभव है, बीजेपी चाहती हो कि जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना उसके लिए सबसे अच्छा दांव है. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के बढ़ते आत्मविश्वास ने बीजेपी को डरा दिया है. इस समय पूरा देश बीजेपी के एजेंडे पर यही अटकलें लगा रहा है.'
'वन नेशन वन इलेक्शन' के बाद विपक्ष हमलावर
दरअसल, मोदी सरकार द्वारा अचानक से 18 से 22 सितंबर दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाए जाने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इसी बीच केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 'वन नेशन वन इलेक्शन' के अपने एजेंडे को लेकर एक कमेटी का गठन किया है. इसके बाद विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हो रहा है. इस पर मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.
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