देश भर में 5 सबसे कम वोटिंग वाली सीटों में तीन मध्य प्रदेश की, क्या हैं मतदान में गिरावट के मायने?
MP Elections 2024: मध्य प्रदेश की जिन तीन लोकसभा सीटों पर सबसे कम वोटिंग हुई हैं, उनमें सीधी, रीवा और खजुराहो शामिल हैं. तीनों सीटों के मतदान प्रतिशत में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है.
Voter Turnout in Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के 6 चरण पूरे हो चुके हैं और अभी तक बीते चुनाव के मुकाबले मतदान प्रतिशत कुछ कम हुआ है. इस बार का ओवरऑल टर्नआउट लगभग 65.63% रहा, जो पिछली बार से 1.55 फीसदी कम है.
चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए डेटा के अनुसार, देश के जिन 5 लोकसभा क्षेत्रों की वोटिंग परसेंट में सबसे ज्यादा गिरावट आई है, उनमें से तीन मध्य प्रदेश की हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि गर्मी या अन्य कारणों की वजह से मतदाताओं ने इस बार घर से बाहर निकलने में कोताही की.
टर्नआउट में 10 फीसदी से भी ज्यादा का रहा अंतर
मध्य प्रदेश की जिन तीन लोकसभा सीटों की हम बात कर रहे हैं उनमें सीधी, खजुराहो और रीवा शामिल हैं. तीनों ही सीटों के मतदान प्रतिशत में 10 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है. सीधी में 12.90 फीसदी कम वोट पड़े. खजुराहो में 11.25 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. वहीं, रीवा में भी वोटर टर्नआउट में 10.68 प्रतिशत की कमी आई है.
दरअसल, चुनाव आयोग की ओर से जो डेटा जारी किया गया है, उसमें क्रमानुसार सबसे ज्यादा कम वोटिंग वाली सीटें रहीं- नागालैंड, सीधी, मथुरा, खजुराहो और रीवा.
गर्मी की वजह से मतदाताओं में कम दिलचस्पी
सभी चरणों में वोटिंग की शुरुआत सुबह 7.00 बजे से होती है और शाम 6.00 बजे तक मतदान संपन्न कराया जाता है. हालांकि, अप्रैल से ही पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से सुबह 10.00 बजे से ही हाल बेहाल होने लगा. ऐसे में सुबह 7.00 से 9.00 के बाद मतदान प्रतिशत में कुछ गिरावट देखी जाती है. इसके बाद शाम को फिर आंकड़े बढ़ते हैं.
लोकसभा चुनाव में कम वोटिंग के क्या मायने?
वोटिंग प्रतिशत में जब भी बढ़त या गिरावट दर्ज की जाती है, तो इसे अलग-अलग तरीकों से देखा जाता है. राजनीतिक विश्लेषकों का मनना है कि कम वोटिंग प्रतिशत सत्ता पक्ष के लिए नुकसान का संकेत देता है, क्योंकि एंटी इन्कंबेंसी के चलते मतादाता वोट करने नहीं आते. हालांकि, कुछ यह भी कहते हैं कि यह विपक्ष के लिए अच्छा नहीं है, क्योंकि सत्ता पक्ष की जीत की संभावना के कारण मतदाता संतुष्ट महसूस करते हैं और वोट करने नहीं आते.
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