Mandsaur News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंदसौर (Mandsaur) में कांग्रेस नेता का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वो कहते हुए नजर आ रहे हैं कि मंदसौर में हुए किसान आंदोलन को उन्होंने ही करवाया था. वीडियो में कांग्रेस नेता, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बता रहे हैं कि मंदसौर में 6 जून 2017 को जो किसान आंदोलन हुआ था, वह हमने ही करवाया था और उसी की बदौलत सरकार बनी थी, लेकिन कांग्रेस की आपसी लड़ाई में सरकार गिर गई.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इस वायरल वीडियो में कांग्रेस नेता श्यामलाल जोक चंद और मध्यप्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी कमलेश पटेल दिखाई दे रहे हैं. श्यामलाल जोक चंद जहां अपना परिचय देते हुए विधानसभा चुनाव वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के लड़ने और उसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में सिंधिया द्वारा उनका टिकट काटे जाने का दर्द बयान कर रहे हैं. तो वहीं कमलेश पटेल बता रहे हैं कि उन लोगो ने ही किसान आंदोलन करवाया था, जिसकी बदौलत मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी. हालांकि आपसी लड़ाई की वजह से सरकार गिर गई.
इस वीडियो को खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट भी किया था. जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. स्थानीय बीजेपी नेता सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता और मंदसौर से बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी शुरू से ही कांग्रेस पर किसानों को भड़काने और किसान आंदोलन में हिंसा करवाने का आरोप लगाती रही है, लेकिन कांग्रेस हमेशा से किसान आंदोलन में अपना हाथ होने से इंकार करती रही.
किसान आंदोलन में 6 किसानों की हुई थी मौत
मंदसौर के दो बड़े कांग्रेस नेताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने यह स्वीकार किया है कि किसान आंदोलन कांग्रेस ने करवाया था. इन लोगों को किसानों की मौत का अफसोस नहीं है. उन्हें सरकार जाने का अफसोस है.
उधर मंदसौर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल का कहना है कि इस वीडियो में कही गई बात का गलत मतलब निकाला जा रहा है. कांग्रेसी विपक्ष की भूमिका में थी और कांग्रेस किसानों को सही दाम न मिलने की वजह से हुए आंदोलन के समर्थन में खड़ी थी. उन्होंने कहा कि आंदोलन के समर्थन के दौरान कभी-कभी अगुवाई भी करनी पड़ती है. अभी भी किसानों को फसलों के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं. ऐसे में यदि अभी भी कोई आंदोलन होता है तो हम अगुवाई करने को तैयार हैं. मालूम हो कि मंदसौर में हुए इस किसान आंदोलन में 6 किसानों की मौत हुई थी. जिनमे से 5 की मौत पुलिस फायरिंग में, जबकि एक की पुलिस कस्टडी में मौत का आरोप लगा था.