Madhya Pradesh News: पश्चिमी रेलवे के जीएम अशोक कुमार आज (23 जून) को मध्य प्रदेश के रतलाम मंडल के दौरे पर हैं. जीएम इंदौर के नजदीक स्थित इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट के तहत धार तक चलाई जाने वाली ट्रेन के लिए सबसे बड़ी बाधा को दूर करेंगे. वह यहां तीन किलोमीटर लंबी सुरंग में चल रहे काम का निरीक्षण करेंगे और जो 15 मीटर का आखिरी हिस्सा बचा है, वहां ब्लास्ट करने के बाद सुरंग को आर पार थ्रू करेंगे. इसका मतलब अब टनल करीब एक हफ्ते में बनकर तैयार हो जाएगी.
बता दें इंदौर-धार के बीच रेल लाइन की सबसे बड़ी मुश्किल अब दूर हो जाएगी. टीही स्टेशन के आगे तीन किलोमीटर लंबी टनल बनाई जा रही है, जिसका काम पिछले छह साल से चल रहा है. इस टनल की खुदाई जब शुरू हुई थी, तो उसका मकसद इंदौर से दाहोद के बीच नई रेल लाइन की राह को आसान करना था. वहीं अब इस तीन किलोमीटर लंबी सुरंग में केवल 15 मीटर का हिस्सा शेष है, जिसे आज रेलवे के जीएम ब्लास्ट करके आर पार करेंगे. इसके लिए रेलवे ने विशेष तैयारी की है. साथ ही जैसे ही ब्लास्ट होगा फ्लैग दिखाकर खुशियां मनाई जाएंगी.
जल्द शुरू होगा फिनिशिंग का काम
बताया जा रहा है कि टनल का सिविल काम पूरा होने के बाद इसमें फिनिशिंग का काम शुरू किया जाएगा. जिसमें टनल के अंदर लाइट लगाना और सुरक्षा से जुड़े तमाम संसाधनों को जुटाने का काम किया जाएगा. इस टनल में ट्रैक बिछाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा. वहीं मेंटेनेंस का काम करने के लिए तीन कंपनियां भी हैं, इसके लिए टेंडर हो चुका है जो तकरीबन 20 करोड़ रुपये में इस काम को पूरा करेंगे. यहां सभी काम एक साथ चलेंगे यानी ट्रैक बिछाने का काम और मेंटेनेंस का काम एक साथ होगा.
इस टनल के आगे के हिस्से में टीही से पीथमपुर और फिर गुनावत होते हुए धार तक रेल लाइन को ले जाया जा रहा है. गुनावत से धार के बीच में पुल और पुलिया का काम पूरा हो गया है. वहीं धार तक के लिए मार्च 2025 तक पूरा करने का टारगेट रखा गया. हालांकि, रेलवे के सूत्रों का कहना है कि वह चाहते हैं कि दिसंबर तक यह काम पूरा हो जाए.
इंदौर दाहोद रेल लाइन की अगर बात करें तो यह प्रोजेक्ट 2008 में दूसरी बार स्वीकृत किया गया था और आज इसकी लागत 1,680 करोड़ रुपये से ज्यादा है. वहीं इंदौर से दाहोद के बीच रेल लाइन की दूरी करीब 201 किलोमीटर है. इधर इंदौर से टीही के बीच में 21 किलोमीटर के हिस्से में काम चल रहा है और दाहोद से कठवाड़ा के बीच 16 किलोमीटर का हिस्सा का काम पूरा हो चुका है.
पिछले साल शुरू हुआ था टनल का काम
अगर टनल की बात करें तो जब प्रोजेक्ट शुरू हुआ था तो उस प्रोजेक्ट में इस टनल को शामिल नहीं किया गया था, लेकिन कोरोना के बाद इस काम में तेजी आई और फिर से इसे शुरू किया गया. वहीं बीच में टनल में पानी भर गया था इसलिए यह काम काफी समय तक रुका रहा. इसके बाद दोबारा से कॉन्ट्रैक्ट किए गए, लेकिन पानी निकालने में ही तीन महीने का समय लग गया. इस टनल का काम पिछले साल तीन जून को शुरू किया गया था और 24घंटे लगातार काम किया गया. यहां 200 लोगों ने लगातार काम किया है.
पश्चिम रेलवे के दाहोद से इंदौर तक नई बड़ी लाइन रेलवे लाइन परियोजना के संबंध में मध्य प्रदेश राज्य में टीही और पीथमपुर स्टेशनों के बीच अन्य सभी सहायक कार्यों सहित 24.513 किमी से 27.480 किमी के बीच सिंगल लाइन बड़ी लाइन सुरंग नंबर 1 का निर्माण चल रहा है. जिसकी कुल लंबाई 2967 मीटर (भूमिगत सुरंग -2620 मीटर और कट एंड कवर सुरंग -347 मीटर) है. वहीं सुरंग की लंबाई 2967 मीटर, भूमिगत उत्खनन 180217 घनमीटर, खुली खुदाई 115950 घन, भूमिगत कंक्रीट 82612 घनमीटर, और स्थायी स्टील सपोर्ट 948 मीट्रिक टन लगाया जाएगा.
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