Shivraj Singh Yadav in Delhi: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री आज यानी मंगलवार को राजधानी दिल्ली पहुंच रहे हैं. यहां वो आने वाले कुछ दिनों में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे, जिनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य दिग्गज शामिल हैं. दिल्ली रवाना होने के पहले अपने इस दौरे के बारे में बताते हुए शिवराज ने कहा था कि उन्हें जेपी नड्डा ने मीटिंग करने के लिए बुलाया है. मध्य प्रदेश की सत्ता में बीजेपी द्वारा किए गए हालिया बदलावों के बीच शिवराज का ये दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है. खासकर शिवराज के उस बयान के बाद, जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि वो दिल्ली जाकर कुछ मांगने की जगह मरना पसंद करेंगे.
शिवराज ने डाली गेंद पार्टी नेतृत्व के पाले में
हालांकि अपनी शांत और विनम्र छवि के लिए पहचाने जाने वाले शिवराज ने ये भी कहा था कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी, वो उसे निभाएंगे. गेंद पार्टी नेतृत्व के पाले में डालते हुए शिवराज सिंह चौहान ने महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण और बाल विकास के मुद्दों को अपना पसंदीदा क्षेत्र बताया और भविष्य में भी इन्हीं पर काम करने का संदेश भी पार्टी को दिया था. इशारों-इशारों में चल रही इस राजनीतिक बातचीत के बीच अब शिवराज दिल्ली पहुंच रहे हैं. ऐसे में उनका दौरा उनके राजनीतिक भविष्य के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जानकारों का मानना है कि इसी दौरे के दौरान पार्टी उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दे सकती है.
मालूम हो कि मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है. पहले दिन नव निर्वाचित विधायकों ने शपथ ग्रहण की थी. इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान भी विधानसभा पहुंचे और फिर एक बार नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को लेकर उन्होंने वही बात कही, जो वो शुरुआत से कहते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें मोहन यादव पर भरोसा है और वो राज्य में चल रही विकास की राजनीति को आगे बढ़ाएंगे.
शिवराज को मिलेगी लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी
शिवराज ने सोमवार को विधानसभा सत्र में शामिल होने के बाद कहा था कि उन्हें गर्व है कि वो लगभग 17 साल सूबे के मुख्यमंत्री रहे और वो इससे संतुष्ट हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अब मुख्यमंत्री मोहन के शासनकाल में मध्य प्रदेश में और भी ज्यादा विकास होगा. इसी के साथ शिवराज सिंह चौहान अगले लक्ष्य यानी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में भी जुट गए हैं. शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही बता चुके हैं कि उनका अगला लक्ष्य मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर बीजेपी का परचम लहराने का है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व उन्हें लोकसभा चुनाव को लेकर भी कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकता है.