Madhya Pradesh में MSP पर गेंहू खरीद आज से शुरू, बेचने के लिए किसान खुद तय करेंगे दिन और समय
MP News: मध्य प्रदेश में गेंहू का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2 हजार 15 रुपये प्रति क्विंटल है. यहां गेहूं की खरीद सोमवार से प्रारंभ हो रही है. इसकी शुरुआत इंदौर और उज्जैन संभाग से की जाएगी.
Madhya Pradesh Wheat Procurement: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में किसानों को अब समर्थन मूल्य (MSP) पर गेंहू विक्रय करने के लिए एसएमएस का इंतजार नहीं करना होगा. सरकार ने इसके स्थान पर ज्यादा सहज और सुलभ व्यवस्था की है. किसान उपज विक्रय करने के लिए उपार्जन केन्द्र का चयन एवं उपज विक्रय का दिन स्वयं ई-उपार्जन पोर्टल पर कर सकेंगे. प्रदेश में गेंहू का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2 हजार 15 रुपये प्रति क्विंटल है. यहां गेहूं का उपार्जन सोमवार से प्रारंभ हो रहा है. इसकी शुरुआत इंदौर (Indore) और उज्जैन (Ujjain) संभाग से की जाएगी. जबकि, नर्मदापुरम, जबलपुर (Jabalpur), रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, चंबल और भोपाल संभाग में 4 अप्रैल से गेहूं खरीदा जाएगा. इसके लिए प्रदेश भर में 4 हजार 663 केंद्र बनाए गए हैं.
ऐसे होगा भुगतान
उपार्जन से पहले पंजीकृत किसान की पात्रता की जांच नोडल अधिकारी करेंगे. किसानों को उपज का भुगतान आधार से लिंक खाते में किया जाएगा. खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उपार्जन की सभी तैयारियां हो चुकी हैं. इस बार प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 19 लाख 81 हजार किसानों ने अभी तक पंजीयन कराया है. इस व्यवस्था में प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर गेहूं की तौल क्षमता का निर्धारण पोर्टल पर किया जाएगा, जिसके अनुसार प्रति तौल कांटा प्रतिदिन 250 क्विंटल के मान से गणना की गई है. प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर प्रतिदिन न्यूनतम 1000 क्विंटल उपज की तौल के लिए 4 तौल कांटे आवश्यक रूप से लगाए जाएंगे एवं उपार्जन केंद्र पर गेहूं की आवक अनुसार तौल कांटों की संख्या में वृद्धि की जाएगी, जिसकी पोर्टल पर प्रविष्टि की जा सकेगी.
ये है प्रक्रिया
23 मार्च 2022 से स्लॉट बुकिंग www.mpeuparjan nic.in पर शुरू हो गई है. इस लिंक की जानकारी SMS के माध्यम से किसानों के मोबाइल पर भेजी जा रही है. ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत-सत्यापित कृषक के जरिए स्वयं के मोबाइल, एमपी ऑनलाइन, सीएससी, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केंद्र, इन्टरनेट कैफे, उपार्जन केन्द्र से स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी. स्लॉट बुकिंग के लिए कृषक के ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी प्रेषित किया जाएगा, जिसे पोर्टल पर दर्ज करना होगा.
मैकेनिक पिता की फौजी बेटी, टीचर की नौकरी छोड़ ज्वाइन की ITBP, गांव वालों ने किया जोरदार स्वागत
किसान कर सकेंगे उपार्जन केंद्र का चयन
किसान की तरफ से उपज विक्रय के लिए तहसील अंतर्गत (जहां कृषक की भूमि है) किसी भी उपार्जन केंद्र का चयन किया जा सकेगा. कृषक की भूमि एक से अधिक तहसील में स्थित होने पर उनके जरिए किसी एक तहसील के उपार्जन केन्द्र का चयन किया जा सकेगा, जहां पर पंजीकृत भूमि की उपज का विक्रय किया जा सकेगा. उपार्जन केंद्र की तौल क्षमतानुसार लघु सीमांत एवं बड़े कृषकों को मिलाकर स्लॉट बुकिंग की सुविधा रहेगी जिसमें प्रतिदिन 100 क्विंटल से अधिक विक्रय क्षमता के 4 कृषक तक हो सकेंगे.
किसानों को अवगत कराया जा रहा है
स्लॉट बुकिंग के समय पोर्टल पर कृषक की विक्रय योग्य कुल मात्रा प्रदर्शित कराई जाएगी. जिसमें कृषक द्वारा वास्तविक विक्रय योग्य कुल अनुमानित मात्रा की प्रविष्टि करनी होगी, इस मात्रा के अनुसार ही कृषक से उपज की खरीदी की जा सकेगी. इस संबंध में किसानों को अवगत कराया जा रहा है. पोर्टल पर स्लॉट बुकिंग अनुसार उपार्जन केंद्र की क्रय योग्य क्षमता घटते क्रम में प्रदर्शित होगी.
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
किसान द्वारा स्लॉट बुकिंग करने के उपरांत उपार्जन केंद्र का नाम, विक्रय योग्य मात्रा एवं विक्रय की तारीख एसएमएस के माध्यम से सूचित की जाएगी, इसका प्रिन्ट भी निकाला जा सकेगा. कृषक द्वारा विक्रय की जाने वाली संपूर्ण उपज की स्लॉट बुकिंग एक समय में ही करनी होगी, आंशिक स्लॉट बुकिंग-आंशिक विक्रय नहीं किया जा सकेगा. उपार्जन केंद्र पर स्लॉट बुकिंग करने के उपरांत अन्य केंद्र पर कृषक पंजीयन परिवर्तन-स्थानांतरण की सुविधा नहीं होगी. संबंधित अधिकारियों को इसी के अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
ये भी पढ़ें: