MP Agriculture News: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी सोमवार से शुरू हो गई, लेकिन जिले के 28 हजार से अधिक खसरे संदिग्ध पाए गए हैं.अब इनकी जांच सैटेलाइट इमेजिंग के जरिए की जा रही है.पिछले साल के मुकाबले इस बार 10 हजार कम किसानों ने पंजीयन कराया है. वैसे,अभी गेंहू की कटाई भी धीमी गति से हो रही है. डीएमओ का कहना है कि गेहूं खीरीदी के लिए बारदानों की कमी नहीं है, जिले में बारदानों का पर्याप्ट स्टॉक है.


जबलपुर में गेहूं खरीदी के लिए कितने केंद्र बनाए गए हैं


यहां बता दें कि जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की प्रक्रिया तीन अप्रैल से शुरू हो चुकी है.हालांकि,अभी गेहूं की तुलाई बहुत ही मंद गति से होने की संभावना है. शुरुआत के दिनों में बहुत कम किसानों द्वारा खरीदी केंद्रों में स्लॉट बुकिंग कराई गई है. इस बीच सत्यापन का काम पूरा हो चुका है, लेकिन जिले में करीब 28 हजार से अधिक खसरे संदिग्ध पाए गए हैं.इनकी जांच सैटेलाइट इमेजिंग के जरिए की जानी है.जिला सूचना अधिकारी आशीष दुबे ने बताया कि जिले में सत्यापन का काम पूरा कर लिया गया है, लेकिन गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिले में 28022 खसरे संदिग्ध पाए गए हैं.खसरों की जांच मोबाइल एप के जरिए की जानी है.पिछले साल भी सैटेलाइट जांच में हजारों खसरों में गेहूं की जगह पहाड़, तालाब, आवासीय होना पाया गया था.कई खसरों को जांच के बाद निरस्त कर दिया गया था.


डीएमओ रोहित बघेल के मुताबिक इस साल करीब 53 हजार 590 किसानों द्वारा अपनी फसल को बेचने के लिए पंजीयन कराया गया है.यह पिछले साल की तुलना में करीब 10 हजार कम है.जानकारी के अनुसार जिले में गेहूं की खरीदी के लिए 80 केंद्र बनाए गए हैं, इनमें से करीब 74 केंद्र  स्थापित हो गए हैं. बाकी केंद्रों को जल्द ही स्थापित किया जाएगा.किसानों के रिस्पांस को देखते हुए खरीदी केंद्रों में करीब ती हजार बारदाना की गठानें फसल की तुलाई के लिए भेजी जा चुकी हैं.वहीं जिले में करीब 19 हजार गठानों का स्टॉक रखा हुआ है.


कितनी हुई है गेहूं की बुआई


समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए अभी तक जिले में बनाए गए 80 केंद्रों में से 24 केंद्रों में ही स्लॉट बुकिंग कराई गई है. शुरुआत में 90 किसानों द्वारा ही स्लॉट की बुकिंग की गई है.बताया जाता है कि आगामी 10 अप्रैल के बाद स्लॉट बुकिंग के साथ ही फसल की तुलाई में तेजी आने की संभावना है.पहले सप्ताह तुलाई का कार्य बहुत धीमी गति से होगी.


पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 1361 हेक्टेयर गेंहू का रकबा कम हुआ है.इस वर्ष सबसे अधिक मझौली तहसील में 12689, सिहोरा में 10720 और पाटन में 9021 किसानों ने पंजीयन कराया है.इसके बाद पनागर में 7224, शहपुरा में 6183, जबलपुर में 5141,कुण्डम में 1659, गोरखपुर में 402, अधारताल में 347 और रांझी में 204 किसानों ने पंजीयन कराया है.


ये भी पढ़ें


Ujjain: NSA एनएसए अजीत डोभाल की सुरक्षा में बड़ी चूक, महाकाल मंदिर दौरे के वक्त इलाके के ऊपर दिखा ड्रोन, एक गिरफ्तार