Bhopal News: पत्नी की शराब पीने की लत से परेशान पति ने मांगा तलाक, पत्नी ने कहा, जब छुड़वानी ही थी तो सिखाया क्यों
MP News : पत्नी का कहना है कि उसके पति एक बाबा के संपर्क में आए और आध्यात्म की राह पर चलने लगे. इसके बाद उन्होंने शराब और ताश खेलना बंद कर दिया. लेकिन वह शराब को नहीं छोड़ सकी.
भोपाल: दुनियाभर में महिलाएं तमाम जतन करती हैं कि उनका पति शराब पीना छोड़ दे. शराब की लत से मुक्त हो जाए. लेकिन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी पत्नी को पहले शराब पीने की लत लगा दी और अब उसे छोड़ने के लिए मजबूर कर रहा है. पत्नी शराब की इतनी आदि हो चुकी है कि चाहकर भी उसे छोड़ नहीं पा रही है. ऐसे में पति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
पत्नी की क्या दलील है
भोपाल कुटुंब न्यायालय में पति ने तलाक की अर्जी दी है. भोपाल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर पति तलाक का आधार इस बात को बनाया कि उसकी पत्नी रोज शराब पीती है. इसका उसके बच्चे पर गलत असर पड़ रहा है. इधर पत्नी का कहना है कि 2014 में उनकी शादी हुई थी. पति शराब पीकर घर आते थे. उस समय मैंने घर में भी शराब लाकर पीने की बात कही थी. लेकिन साथ देने का कहकर उसने मुझे भी पिलाना शुरू कर दिया. अब मुझे रोजाना पीने की आदत लग गई. अब मैं बिना शराब के नहीं रह सकती. पति ने ही उसे शराब पिलाने की लत लगाई. लेकिन इसी को आधार बनाकर अब वो मुझसे तलाक की मांग कर रहा है.
बाबा ने छुड़वाई पति की शराब की आदत
पत्नी का कहना है कि उसके पति एक बाबा के संपर्क में आए और आध्यात्म की राह पर चलने लगे. इसके बाद उन्होंने शराब और ताश खेलना बंद कर दिया. लेकिन पत्नी शराब को नहीं छोड़ सकी. अब पत्नी का कहना है कि शराब छोड़नी ही थी तो शराब पीना सिखाया ही क्यों? शराब पीने की पत्नी की इस जिद के चलते अब दोनों के बीच तलाक होने जा रहा था. मामले में काउंसिलिंग कर दंपत्ति को समझाकर लिखित में शपथ पत्र भरवाया गया है.
कुटुंब न्यायालय की काउंसलर शैल अवस्थी का कहना है कि पति-पत्नी जिद पर अड़े हुए थे. दोनों को तलाक चाहिए लेकिन इस मामले में पांच बार काउंसलिंग की गई. उन्होंने बताया कि दंपति से शपथ पत्र भरवा गया है. बच्चे की खातिर दोनों राजी होकर एक साथ घर गए शराब छोड़ने की बात भी स्वीकार की है.
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