Ujjain News: उज्जैन में गर्म कपड़ों पर पड़ी महंगाई की मार, बाजार खाली, व्यापारी चिंतित
व्यापारियों का कहना है कि बाजार फीका होने का कारण महंगाई है. पिछले साल इन दिनों तक बाजार में खरीदारों की आमद बढ़ गई थी. गर्म कपड़े महंगे होने से बिक्री प्रभावित हुई है.
Winter Season: सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है. इस मौसम में गर्म कपड़े सभी की जरूरत बन जाते हैं. स्वेटर, जरकिन, मफलर, मोजे, टोपी बाजार में बिकने को तैयार हैं. उज्जैन, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, बुरहानपुर, खंडवा सहित सभी जिलों में गर्म कपड़ों की दुकानें सज गई हैं. लेकिन इस बार सर्दी को मात देने के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. गर्म कपड़ों पर महंगाई का असर साफ देखा जा रहा है. व्यापारी वर्ग गर्म कपड़ों का दाम बढ़ने से चिंतित है. उनका कहना है कि अभी बाजार फीका होने का कारण महंगाई है. पिछले साल इन दिनों तक बाजार में खरीदारों की आमद बढ़ गई थी.
महंगाई की मार से गर्म कपड़े भी नहीं अछूते
गर्म कपड़ों के थोक व्यापारी शिव शंकर पांडे ने बताया कि इस बार महंगाई की मार गर्म कपड़ों पर भी पड़ रही है. मध्यप्रदेश के अधिकांश व्यापारियों की गर्म कपड़े की खरीदी लुधियाना से होती है. लुधियाना से ही स्वेटर, शाल खरीदी के बाद मध्यप्रदेश में आता है. मध्यप्रदेश में लाने के बाद फुटकर व्यापारी अपने अपने क्षेत्रों में गर्म कपड़ों की बिक्री करते हैं. उन्होंने बताया कि गर्म कपड़े पिछले साल की तुलना में 5 से 10 फीसद महंगे हो गए हैं.
व्यापारियों ने बाजार फीका होने का रोया रोना
गर्म कपड़ों पर महंगाई की मार के पीछे कई कारण हैं. ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ना, जीएसटी से माल की खरीदी, मजदूरी बढ़ना कारणों में शामिल हैं. थोक व्यापारी पंकज दुबे ने बताया कि अभी बाजार में उठाउ नहीं आया है. अभी देर शाम से सुबह तक थोड़ी ठंड पड़ रही है. उन्होंने कहा कि दिन में काफी गर्मी रहती है. धीरे-धीरे गर्म कपड़ों की खरीदी के लिए लोगों का आकर्षण बढ़ रहा है. बाजार में नवंबर के आखिरी दिनों तक कपड़ों की खरीदी काफी बढ़ने की उम्मीद है. हालांकि इसके पहले भी ठंड बढ़ने पर बाजार उठ सकता है. पिछले साल इन दिनों तक बाजार में अच्छी चहलकदमी हो गई थी.