उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में पूजा और दर्शन के लिए जींस और सलवार सूट के ऊपर साड़ी पहन रही महिलाओं का वीडियो वायरल हुआ है. इस मामले में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. महाकाल मंदिर की परंपराओं को किसी भी कीमत पर टूटने नहीं दिया जाएगा. वहीं महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने इस वीडियो को पुराना बताया है.


गर्भ गृह में दर्शन के क्या हैं नियम


महाकालेश्वर मंदिर में जींस और सलवार सूट के साथ उस समय गर्भ गृह में प्रवेश दिया जाता है, जब आम श्रद्धालुओं का प्रवेश चालू रहता है, लेकिन जब महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहता है, उस समय 1500 रुपये की रसीद कटवा कर विशेष नियम का पालन करते हुए दो भक्त पूजा-अर्चना कर सकते हैं. इस दौरान महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना आवश्यक रहता है. इसके तहत महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को सोले में ही प्रवेश दिया जाता है. इस नियम का उल्लंघन करने का एक वीडियो वायरल हुआ है. 


महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने पहुंची कुछ महिला श्रद्धालुओं ने सलवार सूट और जींस के ऊपर ही साड़ी लपेट कर भगवान महाकाल के दर्शन किए. वीडियो वायरल होने के बाद उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उनका कहना है कि इस मामले में यदि कोई पंडित या पुरोहित लिप्त पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. महाकालेश्वर मंदिर की परंपराओं का हर परिस्थिति में पालन कराया जाएगा. 


वायरल वीडियो पुराना है- प्रशासक


वहीं महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि कोई पुराना वीडियो वायरल हुआ है. इसे लेकर शिकवा शिकायत सामने आ रही है. उन्होंने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को नियमों की जानकारी दी जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस प्रकार की कोई घटना हुई है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. 


सोला और साड़ी की निशुल्क व्यवस्था


प्रशासक ने बताया कि इस प्रकार की शिकायत पहले सामने आई थी. इसके बाद से चांदी गेट पर एक महिला सुरक्षाकर्मी को चेकिंग के लिए तैनात किया गया था. जब साड़ी और सोले का नियम होता है, उस समय महिला सुरक्षाकर्मी चेकिंग के बाद ही गर्भ गृह में प्रवेश देती है. सलवार सूट और जींस के ऊपर साड़ी लपेटने वाली श्रद्धालुओं को वापस लौटा दिया जाता है. उन्होंने बताया कि 1500 रुपये की पूजा रसीद कटवाने वाले श्रद्धालुओं को महाकालेश्वर मंदिर समिति सोला और साड़ी निशुल्क देती है. इसे पहनने के लिए दो कक्ष भी आवंटित किए गए हैं. 


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