Bhopal News: चुनावी साल में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Ex CM Digvijya Singh) कांग्रेस (Congress) संगठन को मजबूत करने के लिए पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान वो कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र भी दे रहे हैं. इसी सिलसिले में वे शनिवार को नीमच पहुंचे. वहां उनके सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी की हार के कारणों का खुलासा किया. कार्यकर्ताओं ने बताया कि पार्टी कमजोर नहीं है, लेकिन नेताओं की आपसी मतभेद की वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ रहा है.
कांग्रेस के दो नेताओं से दिलाया संकल्प
दिग्विजय सिंह ने सबसे पहले जावद विधानसभा क्षेत्र के मंडल सेक्टर अध्यक्षों की बैठक ली. पूर्व सीएम ने मंडल सेक्टर अध्यक्षों से सुझाव मांगे. इसमें ज्यादातर कार्यकर्ताओं ने बताया कि जावद विधानसभा क्षेत्र के दो बड़े स्थानीय नेताओं के आपसी मतभेद की वजह से पार्टी को हार का सामना करना पड़ता है.वरना जावद में कांग्रेस कमजोर नहीं है.दिग्विजय के सामने कार्यकर्ताओं ने कहा कि इन नेताओं से निर्दलीय नहीं लड़ने की कसम खिलवाना चाहिए.उसके बाद पूर्व सीएम ने बैठक में शामिल जावद विधानसभा क्षेत्र के दोनों नेताओं सत्यनारायण पाटीदार और राजकुमार अहीर को मंच पर आकर घोषणा करने के लिए कहा कि पार्टी का प्रत्याशी कोई भी हो वे पार्टी के खिलाफ काम नहीं करेंगे.इसके बाद दोनों नेताओं ने विश्वास दिलाते हुए मंच से संकल्प लिया कि प्रत्याशी कोई भी हो निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे और पार्टी के पक्ष में काम करेंगे.दिग्विजय सिंह जी के नेताओं के बीच इस तरह सीधे समन्वय बनाने के प्रयास से कार्यकर्ता खासे उत्साहित नजर आए.
कार्यकर्ताओं को समझाया बीजेपी और कांग्रेस का अंतर
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बैठक में बीजेपी और कांग्रेस के शासनकाल का अंतर समझाते हुए उनके मुख्यमंत्रित्व काल में जनपद अध्यक्ष रहे नेताओं को मंच पर आने के लिए कहा. इस पर उस वक्त जनपद अध्यक्ष रहे भंवर लाल जी बाडोलिया और जनपद उपाध्यक्ष रहे अशोक जी पाटीदार मंच पर पहुंचे. पूर्व सीएम ने भरी सभा में उनसे पूछा कि आपने अपने जनपद के कार्यकाल के दौरान कितने शिक्षक कर्मी भर्ती किए तो उन्होंने बताया कि 800 शिक्षाकर्मी उस दौरान भर्ती किए गए.उसके बाद उन्होंने सभा में उपस्थित कार्यकर्ताओं से पूछा क्या बीजेपी सरकार के समय किसी जनपद अध्यक्ष ने अपने क्षेत्र में शिक्षा कर्मियों की नियुक्ति की, इस पर सभी ने कहा नहीं.उन्होंने कहा यही बीजेपी और कांग्रेस के शासनकाल में अंतर है.कांग्रेस ने पंचायतों को जो अधिकार दिए, वे सभी अधिकार बीजेपी सरकार ने वापस ले लिए.उन्होंने कहा इसलिए उन सभी अधिकारों को दोबारा प्राप्त करने के लिए कार्यकर्ता एकजुट होकर बूथ पर काम करें, कांग्रेस को जिताएं और सरकार बनवाने में अपनी भूमिका अदा करें.दिग्विजय सिंह ने पीछे बैठे कार्यकर्ताओं के सुझाव सुने.
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर जोर
दिग्विजय सिंह ने नीमच विधानसभा क्षेत्र के मंडलम सेक्टर अध्यक्ष की बैठक भी ली. इसमें उन्होंने सभी से कहा कि एकजुटता और समन्वय के साथ काम करो, सबको साथ लेकर चलो.आपसी मनमुटाव आपस में बैठकर खत्म करो.पूर्व सीएम ने मंडल सेक्टर अध्यक्षों से अपने-अपने क्षेत्रों में बैठक करने के लिए कहा. उन्होंने उनसे कहा कि बूथ स्तर पर सभी वर्गों को जोड़ो,महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करो,तब जाकर हर तरह से संगठन मजबूत होगा.इस दौरान एक कार्यकर्ता ने कहा कि हमारी पार्टी में अभी भी बहुत सारे ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं, इन्हें ढूंढ कर बाहर करिए तब जाकर पार्टी खड़ी होगी. उसके यह कहने पर कार्यकर्ताओं से भरा हॉल तालियों से गूंज उठा.
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