Bhopal News: मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में बीते दिनों नामीबिया से लाए गए चीते गौरव-शौर्य और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते वायु-अग्नि में वर्चस्व को लेकर संघर्ष हो गया था. इस टकराहट में चीता अग्नि घायल हुआ था.उसके चेहरे और सिर में चोंट आई थीं. घायल चीता अग्नि का पालपुर स्थित वेटनरी अस्पताल में इलाज किया गया. इसके बाद उसे वापस कूनो के बड़े बाड़े में ही छोड़ा गया. इधर चीता अग्नि और वायु के एक साथ रहने की वजह से प्रबंधन ने चीता वायु को भी बड़े बाड़े में ही छोड़ दिया है.
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन का मानना है कि दोनों चीते शुरू से ही एक साथ रह रहे थे. दोनों चीतों को अलग रखने से चीते स्ट्रेस में आ जाते. यही वजह है कि अब कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने चीता अग्नि के साथ वायु को भी कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में रख दिया है. कूनो नेशनल पार्क श्योपुर के डीएफओ पीके वर्मा के अनुसार संघर्ष में घायल हुए चीता अग्नि की हालत ठीक है. उसे बड़े बाड़े में रखा है साथ ही चीता वायु को भी बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया है.
चेहरे और सिर पर आई है चोट
कूनो में चीतों के दो गुटों गौरव-शौर्य और वायु-अग्नि में मंगलवार की सुबह वर्चस्व की लड़ाई हो गई थी. इस संघर्ष में चीता अग्नि घायल हुआ था. उसके चेहरे और सिर में चोंटें आई हैं. चीता अग्नि के घायल होने के बाद पालपुर स्थित वेटनरी अस्पताल में उपचार कराया गया. वहां से उसे लाकर पार्क के बड़े बाड़े में छोड़ा गया है.
अग्नि-वायु को किसी का दखल पसंद नहीं
कूनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में प्रबंधन द्वारा 10 चीतों को छोड़ा गया है. इन चीतों में अग्रि और वायु एक साथ रहते हैं, जबकि उधर गौरव और शौर्य भी सगे भाई हैं, जो हमेशा एक साथ ही दिखते हैं. नामीबियाई चीते गौरव और शौर्य मस्त रहने वाले चीते हैं, जबकि दक्षिण अफ्रीका से लाए गए अग्रि और वायु तेज जर्रार हैं. यह दोनों भाई अपने इलाके में किसी का दखल पसंद नहीं करते हैं. इसी को लेकर चारों चीतों में आपसी विवाद हो गया था.
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