Year Ender 2023: अलविदा 2023... जब आसमान में हुई अनहोनी और क्रैश हो गए वायुसेना के मिराज-सुखोई
Flashback 2023: जनवरी में लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 आपस में टकराकर टुकड़े-टुकड़े हो गए थे. दोनों ही लड़ाकू विमान ने ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस से रुटीन प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरी थी.
Goodbye 2023: साल 2023 बीतने जा रहा है और तमाम लोग साल 2024 के इंतजार में हैं. नया साल लोगों के लिए नई खुशियां लेकर आने वाला है, लेकिन साल 2023 भी कुछ अच्छी और कुछ बुरी यादें देकर जा रहा है. ऐसे ही जनवरी 2023 में 28 तारीख को आसमान में एक अनहोनी हुई थी. इस दौरान देश के दो शक्तिशाली लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 आपस में टकराकर टुकड़े-टुकड़े हो गए थे.
हादसे में एक पायलट की हुई थी मौत
दोनों ही लड़ाकू विमान ने ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस से रुटीन प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरी थी. यह हादसा पूरे देश में चर्चाओं का केन्द्र बन गया था. हादसे में मिराज मुरैना के पहाड़गढ़ थाना क्षेत्र के मानपुर महादेव के जंगल में क्रैश हो गया था, जबकि सुखोई का विंग भी मुरैना के पहाड़गढ़ क्षेत्र में गिरा था. वहीं बाकी विमान राजस्थान के भरतहपुर में उच्चैन थाने के नगला बीजा गांव के पास क्रैश हुआ था. इस हादसे में मिराज के पायलट विंग कमांडर हनुमंथ राव सारथी की मौत हो गई थी, जबकि सुखोई के दोनों पायलट घायल हो गए थे.
गणतंत्र दिवस के दो दिन बाद हुआ था हादसा
गणतंत्र दिवस परेड के दो दिन बाद हुए इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए थे. मिराज-2000 लंबे समय से भारतीय वायुसेना का हिस्सा है. फरवरी-2019 में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए भारतीय वायुसेना के जिन 12 फाइटर जेट ने नियंत्रण रेखा पार की थी, वह मिराज-2000 ही थे. वहीं भारतीय वायुसेना के मुताबिक विमान नियमित परिचालन उड़ान प्रशिक्षण मिशन पर थे. इसमें शामिल तीन पायलटों में से एक की मौत हो गई थी और दो गंभीर रूप से घायल हुए थे. हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए थे.