Year Ender 2023: जनवरी 2023 में मध्य प्रदेश आए थे प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति, इस साल 24 से ज्यादा बार MP दौरे पर रहे PM मोदी
Flashback 2023: इंदौर में इस साल 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. वहीं 8 जनवरी से 10 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को शामिल हुए थे.
Madhya Pradesh News: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) साल 2023 में करीब दो दर्जन से अधिक बार मध्य प्रदेश के दौरे पर आए हैं. पीएम मोदी के दौरे की शुरुआत सबसे पहले 9 जनवरी से हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2023 में सबसे पहले 9 जनवरी को इंदौर आए थे, जबकि देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) भी 10 जनवरी को इंदौर आईं थीं.
इंदौर में इस साल 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था. वहीं 8 जनवरी से 10 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जनवरी को शामिल हुए थे. आयोजन में मुख्य अतिथि गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोषी भी शामिल हुए थे. इस आयोजन में प्रधानमंत्री 4 घंटे तक इंदौर में ही रुके थे.
10 जनवरी को आईं थी राष्ट्रपति
प्रधानमंत्री की तरह राष्ट्रपति द्रोदपी मुर्मू का भी पहला दौरा जनवरी महीने में ही हुआ था. राष्ट्रपति मुर्मू 10 जनवरी को इंदौर आईं थीं. इंदौर में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन के समापन वाले दिन 10 जनवरी को आईं थीं. कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने दुनिया के देशों में बसे प्रवासी भारतीय में 27 प्रवासियों के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया था.
प्रवासी सम्मेलन का ये था पूरा कार्यक्रम
प्रवासी भारतीय सम्मेलन में विभिन्न देशों के मेहमान शामिल हुए थे. इन मेहमानों में यूएई के 730, कतर के 277, ओमान के 233, कुवैत के 95, बहरीन के 72, मॉरिशस के 500 और अमरीका के 167 मेहमान शामिल हुए थे. कार्यक्रम के पहले दिन के पहले सत्र में 8 जनवरी को नवाचारों और नई प्रौद्योगिकी में प्रवासी युवाओं की भूमिका और दूसरे सत्र में 9 जनवरी को अमृत काल में भारत के हेल्थकेयर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका विजन @2047 पर चर्चा हुई थी.
तीसरे सत्र में 9 जनवरी को भारत की सॉफ्ट पावर का लाभ उठाना शिल्प, व्यंजन और रचनात्मकता के माध्यम से सद्भावना, चौथे सत्र में 10 जनवरी को भारतीय कार्यबल की वैश्विक गतिशीलता को सक्षम करना भारतीय डायस्पोरा की भूमिका पर चर्चा हुई थी. वहीं पांचवें सत्र में 10 जनवरी को राष्ट्र निर्माण के लिए एक समावेशी दृष्टिकोण की दिशा में प्रवासी महिला उद्यमियों की क्षमता का दोहन विषय पर विस्तृत चर्चा हुई थी.