Rahul Gandhi in Cambridge University Speech: राहुल गांधी के पेगासस स्पायवेयर वाले बयान पर उद्धव गुट के विधायक आदित्य ठाकरे का बयान सामने आया है. आदित्य ठाकरे ने कहा, यह अत्यधिक संभव है क्योंकि आज दुनिया भर में हर कोई जानता है कि हमारे देश में लोकतंत्र और संविधान को खतरा है. मुझे नहीं पता कि उसका फोन टैप किया गया था या नहीं, लेकिन जो लोग सच्चाई बोलते हैं, वे एजेंसियों का उपयोग करके उनकी आवाजों को रोक दिया जा रहा है. यह एक ज्ञात तथ्य है कि लोकतंत्र को एजेंसियों द्वारा प्रभावित किया जा रहा है. शायद अधिक फोन टैप किए जा रहे थे.
क्या है मामला?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि उनके और कई अन्य विपक्षी नेताओं के फोन में पेगासस स्पाइवेयर था और गुप्तचर अधिकारियों ने खुद उन्हें फोन करके बताया था कि बातचीत करते हुए वह सावधान रहें क्योंकि उनकी बातों को रिकॉर्ड किया जा रहा है. राहुल गांधी ने मशहूर कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.
'...बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें.'
‘‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’’ के प्रमुख सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी के व्याख्यान का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर जारी किया है. राहुल गांधी ने इस व्याख्यान में अपनी ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ और चीन के संदर्भ में विस्तार से बातचीत की है. उन्होंने भारत में विपक्षी नेताओं की ‘‘निगरानी किए जाने’’ का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘मेरे फोन में पेगासस था, कई और नेताओं के फोन में भी पेगासस था. गुप्तचर अधिकारियों ने मुझे फोन करके बताया कि फोन पर बातचीत करते हुए कृपया सावधान रहें क्योंकि हम (आपकी बातों को) रिकॉर्ड कर रहे हैं.’’
राहुल गांधी का आरोप
राहुल गांधी ने ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ निकालने के कारण के संदर्भ में कहा ‘‘जब लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला हो रहा है तो विपक्ष के तौर पर हमारे लिए संवाद करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसलिए हमने भारत की संस्कृति और इतिहास की तरफ मुड़ने का फैसला किया. आप ने दांडी यात्रा के बारे में सुना होगा जो महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ निकाली थी.’’ उन्होंने कहा कि इस ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ का मकसद सिर्फ दूरी तय करना नहीं था बल्कि लोगों को सुनना था. राहुल गांधी ने यह दावा भी किया कि भारत में मीडिया और कई अन्य संस्थाओं को कब्जे में कर लिया गया है.
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