Suraj Chavan Arrest: 'हम लोकतंत्र के काले दिनों से लड़ेंगे...' सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी पर बोले आदित्य ठाकरे, जांच एजेंसियों पर निशाना
ED Action Against Suraj Chavan: आदित्य ठाकरे ने सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी को लेकर जांच एजेंसियों और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, मझे ऐसे देशभक्तों का सहयोगी होने पर गर्व है.
Aaditya Thackeray On Suraj Chavan ED Arrest: कोरोना महामारी के दौरान मुंबई नगर निगम (Mumbai Municipal Corporation) में कथित खिचड़ी घोटाला (Khichdi Scam Case) मामले में शिवशेना यूबीटी के नेता और सचिव सूरज चव्हाण (Suraj Chavan) की ईडी द्वारा गिपफ्तारी किए के बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत का पारा चढ़ गया है. सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी पर उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवशेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने जांच एजेंसियों और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मझे ऐसे देशभक्तों का सहयोगी होने पर गर्व है, जो बेशर्म तानाशाही और उनकी गुलाम एजेंसियों के सामने नहीं झुकते. सूरज चव्हाण हमेशा सत्य, लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और हमारे संविधान के लिए खड़े रहे हैं. उन्होंने सरकार द्वारा खरीदे जाने पर खुद को बेचने इनकार कर दिया, इसलिए अब उन्हें परेशान किया जा रहा है. हम लोकतंत्र के इन काले दिनों से लड़ेंगे और जीतेंगे. हमारे राज्य में चल रही तानाशाही को दुनिया देख रही है.
Proud to be a colleague of such patriots who don’t bow down to shameless dictatorships and their servile agencies.@isurajchavan has always stood for the truth, democracy, free speech and our constitution. He refused to be bought out by the regime and there he is being harassed.… pic.twitter.com/wbmkm9ZoI5
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) January 17, 2024
आदित्य ठाकरे के करीबी हैं सूरज चव्हाण
उल्लेखनीय है कि सूरज चव्हाण को आदित्य ठाकरे का करीबी माना जाता है. शिवशेना यूबीटी के नेता सूरज चव्हाण की गिपफ्तारी पर कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा ईडी और सीबीआई केवल देश के विपक्षी नेताओं के खिलाफ ही कार्रवाई कर रही हैं. क्या ईडी या सीबीआई ने किसी बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की. कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि आज कल विपक्ष को दबाने की प्रयास लगातार जारी है, लेकिन विपक्ष दबने वाला नहीं है.
क्या है खिचड़ी घोटाला
बता दें कोराना महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय ऐसे प्रवासी श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया था, जिनके पास मुंबई में अपना घर नहीं है. बीएमसी ने प्रवासी श्रमिकों को खिचड़ी उपलब्ध कराने के लिए 52 कंपनियों को ठेका दिया था. सूत्रों के मुताबिक, आरोप है कि सूरज चव्हाण ने चुनिंदा ठेकेदारों को ठेके देने के लिए बीएमसी अधिकारियों को प्रभावित किया था, जिनके कथित तौर पर पार्टी नेताओं से सीधे संबंध थे.
वहीं बीएमसी का दावा है कि पहले चार महीनों में चार करोड़ खिचड़ी पैकेट बांटे गए, लेकिन आरोप है कि इसमें घोटाला किया गया. इसी कथित खिचड़ी घोटाले में ईडी ने सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी की है.