Aaditya Thackeray On Suraj Chavan ED Arrest: कोरोना महामारी के दौरान मुंबई नगर निगम (Mumbai Municipal Corporation) में कथित खिचड़ी घोटाला (Khichdi Scam Case) मामले में शिवशेना यूबीटी के नेता और सचिव सूरज चव्हाण (Suraj Chavan) की ईडी द्वारा गिपफ्तारी किए के बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत का पारा चढ़ गया है. सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी पर उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवशेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने जांच एजेंसियों और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि मझे ऐसे देशभक्तों का सहयोगी होने पर गर्व है, जो बेशर्म तानाशाही और उनकी गुलाम एजेंसियों के सामने नहीं झुकते. सूरज चव्हाण हमेशा सत्य, लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और हमारे संविधान के लिए खड़े रहे हैं. उन्होंने सरकार द्वारा खरीदे जाने पर खुद को बेचने इनकार कर दिया, इसलिए अब उन्हें परेशान किया जा रहा है. हम लोकतंत्र के इन काले दिनों से लड़ेंगे और जीतेंगे. हमारे राज्य में चल रही तानाशाही को दुनिया देख रही है.
आदित्य ठाकरे के करीबी हैं सूरज चव्हाण
उल्लेखनीय है कि सूरज चव्हाण को आदित्य ठाकरे का करीबी माना जाता है. शिवशेना यूबीटी के नेता सूरज चव्हाण की गिपफ्तारी पर कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा ईडी और सीबीआई केवल देश के विपक्षी नेताओं के खिलाफ ही कार्रवाई कर रही हैं. क्या ईडी या सीबीआई ने किसी बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की. कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि आज कल विपक्ष को दबाने की प्रयास लगातार जारी है, लेकिन विपक्ष दबने वाला नहीं है.
क्या है खिचड़ी घोटाला
बता दें कोराना महामारी के दौरान लॉकडाउन के समय ऐसे प्रवासी श्रमिकों को भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया था, जिनके पास मुंबई में अपना घर नहीं है. बीएमसी ने प्रवासी श्रमिकों को खिचड़ी उपलब्ध कराने के लिए 52 कंपनियों को ठेका दिया था. सूत्रों के मुताबिक, आरोप है कि सूरज चव्हाण ने चुनिंदा ठेकेदारों को ठेके देने के लिए बीएमसी अधिकारियों को प्रभावित किया था, जिनके कथित तौर पर पार्टी नेताओं से सीधे संबंध थे.
वहीं बीएमसी का दावा है कि पहले चार महीनों में चार करोड़ खिचड़ी पैकेट बांटे गए, लेकिन आरोप है कि इसमें घोटाला किया गया. इसी कथित खिचड़ी घोटाले में ईडी ने सूरज चव्हाण की गिरफ्तारी की है.