उद्धव ठाकरे का हाथ छोड़ एकनाथ शिंदे के साथ आए ये नेता, बोले- 'पहले भी शिवसेना में था अभी भी यहीं हूं'
Maharashtra Lok Sabha Polls 2024: शिंदे गुट की शिवेसना में शामिल होने के बाद आमश्या पाडवी (Aamshya Padavi) ने कहा कि मैं पहले भी शिव सेना (यूबीटी) में था और अभी भी शिवसेना (एकनाथ शिंदे) में हूं.
Maharashtra Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है. महाराष्ट्र में एक अहम आदिवासी चेहरा माने जाने वाले आमश्या पाडवी (Aamshya Padavi) एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो गए हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में पाडवी ने शिवसेना का दामन थामा. शिंदे गुट की शिवेसना में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, "मैं शिव सेना (यूबीटी) में था और मैं अभी भी शिवसेना (एकनाथ शिंदे) में हूं.
आमश्या पाडवी (Aamshya Padavi) ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) छोड़ने के पीछे की वजह का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में अभी भी विकास नहीं हो पाया है. ऐसे में जिन लोगों ने मुझे वोट दिया है, उनका कहना है कि मुझे सत्ताधारी दल के साथ जुड़ना चाहिए ताकि क्षेत्र का विकास हो सके.
आमश्या पाडवी ने क्यों छोड़ा उद्धव का साथ?
आमश्या पाडवी ने आगे कहा कि उनके इलाके में अभी भी पानी नहीं है, बिजली की अभी भी कमी है. ऐसे में मेरे समर्थकों और आम लोगों का कहना है कि सरकार के साथ अगर जुड़ेंगे तो विकास का काम तेजी से होगा. जिन्होंने चुनाव में मेरा समर्थन किया, उनका मानना है कि सरकार के साथ जुड़कर हमें निर्वाचन क्षेत्र के लिए विकास का काम करना चाहिए.
#WATCH | After joining Shiv Sena in the presence of Maharashtra CM Eknath Shinde, former Shiv Sena (UBT) MLC Aamshya Padavi says, "I was in Shiv Sena (UBT) and I am still in Shiv Sena (Eknath Shinde). Those who have voted for me said that I should align myself with the government… pic.twitter.com/Euyt1ADFsf
— ANI (@ANI) March 17, 2024
कांग्रेस के साथ कभी सहज नहीं रहा- पाडवी
महाराष्ट्र के आदिवासी नेता आमश्या पाडवी ने ये भी कहा कि अभी शिवसेना (यूबीटी) का कांग्रेस के साथ मेलजोल है लेकिन मैंने कांग्रेस के साथ कभी भी सहज महसूस नहीं किया है. वहीं, पाडवी के शिंदे गुट में शामिल होने पर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि आमश्या पाडवी ने हमेशा आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले में आदिवासी समुदाय के लिए लड़ाई लड़ी और इस समुदाय को न्याय दिलाने के लिए अथक प्रयास किया. आज उनके शिव सेना में आने से इस क्षेत्र के लोगों को न्याय दिलाना संभव हो सकेगा.
बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव कुल पांच चरणों में होंगे. महाराष्ट्र में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को वोट डाले जाएंगे. इसके साथ ही वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
ये भी पढ़ें:
Watch: पुणे की होटल में खाना खा रहे युवक को बदमाशों ने गोलियों से भूना, CCTV में वारदात कैद