ABP CVoter Exit Poll 2024: महाराष्ट्र में एक फीसदी के वोट शेयर से कैसे बदल गया सबकुछ? समझें गणित
Maharashtra Exit Poll 2024: महाराष्ट्र में एबीपी सी वोटर के एग्जिट पोल से ऐसा लग रहा है कि इंडिया गठबंधन ने अपने वोट शेयर में करीब 11 फीसदी का सुधार किया है और एनडीए को कड़ी टक्कर दी है.
Lok Sabha Election Exit Poll 2024: महाराष्ट्र इस बार बड़ा खेल होता दिख रहा है. यहां सत्तारूढ़ एनडीए के लिए राह आसान नहीं दिख रही. उसे इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) से बराबर की टक्कर मिल रही है. संख्या बल के लिहाज से महाराष्ट्र की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने पर पार्टियों की नजर रहती है क्योंकि यह केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाती है लेकिन यहां बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए (NDA) को झटका लगा है. एबीपी के लिए सी-वोटर द्वारा किए गए सर्वे से यह जानकारी सामने आई है कि दोनों गठबंधनों के बीच वोट शेयर में केवल एक प्रतिशत का अंतर है. इसी एक प्रतिशत के अंतर ने एनडीए के सीटों का आंकड़ा घटा दिया है. आइए जानते हैं कैसे...
सी वोटर के सर्वे के मुताबिक एनडीए सीट और वोट शेयर के मामले में इंडिया गठबंधन से आगे है लेकिन अंतर बेहद कम है. एनडीए को यहां 23 से 25 सीटें मिलती दिख रही हैं तो इंडिया गठबंधन के खाते में 22 से 26 सीटें जा सकती हैं. जबकि 2019 में बीजेपी ने 23 सीटें जीती थीं और उस वक्त एनडीए का हिस्सा रही अविभाजित शिवसेना ने 18 सीटें जीती थीं. दोनों की कम्बाइन्ड सीट से एनडीए मजबूत हुई थी लेकिन इस बार स्थिति पलट गई है क्योंकि शिवसेना का भी विभाजन हो चुका है.
सीट ही नहीं वोट शेयर में भी पिछड़ा NDA
उधर, वोट शेयर की बात करें तो एनडीए का वोट शेयर गिरा है जबकि इंडिया गठबंधन का वोट शेयर बढ़ गया है. एनडीए को 45 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं. वोट के मामले में इंडिया गठबंधन एक प्रतिशत से ही पीछे नजर आ रही है. 2019 के चुनाव से तुलना करें तो अविभाजित शिवसेना के साथ मैदान में उतरने पर एनडीए को 51.34 प्रतिशत वोट मिले थे. बीजेपी को कुल वोटों का 27.84 प्रतिशत जबकि अविभाजित शिवसेना को 23.50 प्रतिशत वोट मिले थे. कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए को 32.07 प्रतिशत वोट मिले थे.
(डिसक्लेमर: एबीपी सी वोटर एग्जिट पोल सर्वे 19 जून से 1 जून 2024 के बीच किया गया है. इसका सैंपल साइज 4 लाख 31 हजार 182 है और ये सर्वे सभी 543 लोकसभा सीटों पर किया गया, जिनमें 4129 विधानसभा सीटें शामिल हैं. एबीपी सी वोटर सर्वे का राज्य स्तर पर मार्जिन ऑफ एरर + और -3 प्रतिशत और क्षेत्रीय स्तर पर + और -5 प्रतिशत है.)