ABP Shikhar Sammelan: 'पत्ते अभी क्यों खोलूं', मानखुर्द से नवाब मलिक की उम्मीदवारी पर क्या बोले अजित पवार?
Maharashtra Shikhar Sammelan: अजित पवार ने 'बंटेंगे तो कटेंगे' जैसे बयान के समर्थन पर कहा, 'महाराष्ट्र की जनता को मेरा स्वभाव मालूम है. मैं ऐसा आदमी नहीं हूं, मैं सीधा बोलने वाला आदमी हूं.'
ABP Shikhar Sammelan 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन प्रदेश में कई उलटफेर नजर आए. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रेशर के बावजूद अजित पवार ने मुंबई के कद्दावर नेता नवाब मलिक को मानखुर्द विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. नामांकन के आखिरी दिन यानी मंगलवार (29 अक्टूबर) को नवाब मलिक को मानखुर्द सीट के लिए एनसीपी का ए और बी फॉर्म सौंपा गया.
वहीं, नामांकन दाखिल करने के बाद नवाब मलिक ने कहा, "मैंने निर्दलीय और एनसीपी के पर्चे पर नाम दाखिल किया है. एनसीपी का पर्चा वापस होता है तो मैं निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा." इस बीच अब नामांकन जमा होने के बाद डिप्टी सीएम और एनसीपी चीफ अजित पवार ने नवाब मलिक की उम्मीदवारी को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है.
वहीं, एबीपी न्यूज के खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन में अजित पवार ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "ऐसा नहीं है कि बीजेपी नवाब मलिक का विरोध कर रही थी तो मैंने उन्हें चुनाव में खड़ा कर दिया. कुछ होने वाला नहीं है, हम सब मिलकर रास्ता निकाल लेंगे."
हम सब मिलकर रास्ता निकल लेंगे- अजित पावर
उन्होंने कहा, "दो-तीन दिनों तक आप सबको इसके बारे में सवाल करने का मौका मिला है, लेकिन नामांकन वापसी के दिन तीन बजे जब नाम वापस लेने का समय खत्म होगा, तो आपके पास ये सवाल पूछने का कोई कारण नहीं रहेगा. हम सब मिलकर बेहतर रास्ता निकल लेंगे"
अजित पवार ने नवाब मलिक के नामांकन वापस लेने के सवाल पर कहा, "अभी कैसे अपने पत्ते खोलूं, उसी दिन बताएंगे." इसके अलावा डिप्टी सीएम ने 'बंटेंगे तो कटेंगे' जैसे बयान का समर्थन करने के सवाल पर कहा, "महाराष्ट्र की जनता मेरे स्वाभाव से वाकिफ है. मैं ऐसा आदमी नहीं हूं, मैं सीधा बोले वाला आदमी हूं."
उन्होंने कहा, "दरअसल, कल तक हम सब फॉर्म भर रहे थे. अलग-अलग एरिया में कुछ-कुछ थोड़ा बहुत हुआ है. ऐसे में हम तीनों (अजित पवार, एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस) को मामूल है रास्ता निकालना ही पड़ेगा, क्यों कि एक-एक सीट महात्वपूर्ण है. ऐसे में चर्चा करेंगे कि क्या सही है और क्या गलत हैं? किसको आगे जाना चाहिए, किसको नाम वापस लेना चाहिए?"