Mumbai: अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर BMC इंजीनियर ने ली 8.5 लाख की घूस, ACB ने दबोचा
BMC Engineer Arrested: एसीबी ने आरोपी बीएमसी इंजीनियर के साथ उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया था. एसीबी का कहना है कि इंजीनियर ने अपने साथी को कथित तौर पर शिकायतकर्ता से रिश्वत लेने के लिए कहा था.
Mumbai News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ( Anti Corruption Bureau) ने बांद्रा चॉल में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए कथित तौर पर 8.5 लाख रुपये की रिश्वत (Bribe) लेते हुए, नागरिक भवन और कारखानों विभाग के एक सब-इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. बीएमसी (BMC) अधिकारी को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया जिसकी पहचान मोहन राठौड़ (Mohan Rathod) के रूप में हुई है. अधिकारियों ने बताया कि उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है जिसका नाम मोहम्मद रजा खान है.
अवैध निर्माण पर कार्रवाई न करने के लिए मांगी थी रिश्वत
एसीबी के बताया कि शिकायतकर्ता का बांद्रा वेस्ट के चैपल रोड में ग्राउंड प्लस टू हाउस है. 16 जनवरी को शिकायतकर्ता को अवैध निर्माण के लिए बीएमसी की ओर से एक नोटिस मिला था. शिकायतकर्ता ने कहा कि इसके बाद वह 9 फरवरी को बीएमसी के वार्ड ऑफिस गया जहां राठौड़ ने उनसे कोई कार्रवाई न करने के बदले 9 लाख रुपए की मांग की. इसके बाद शिकायतकर्ता ने एससीबी से इसकी शिकायत की और एससीबी ने जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज
एससीबी के अधिकारी ने कहा कि मोहम्मद रजा खान को शिकायतकर्ता से 8.50 लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया. उसे राठौड़ ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से उस धनराशि को लेने के आदेश दिये थे. अधिकारियों ने बताया कि दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं में शिकायत दर्ज की गई है और अब इस मामले में आगे की जांच की जा रही है.
रिश्वत लेते बिजली कंपनी का इंजीनियर गिरफ्तार
हफ्तेभर पहले एसीबी ने ऐसे ही एक अन्य मामले में कार्रवाई करते हुए कोंकण सब-डिवीजन में एक बंद घरेलू बिजली कनेक्शन को बहाल करने के लिए 15000 रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में महाराष्ट्र डिस्कॉम के एक जूनियर इंजीनियर को गिरफ्तार किया था. एसीबी ने बताया था कि रायगढ़ जिले में तैनात एमएसईडीसीएल (महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी) के आरोपी इंजीनियर ने पहले बिजली का कनेक्शन बहाल करने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन बाद में वह 15000 रुपए लेने पर ही सहमत हो गया था.
यह भी पढ़ें: Maharashtra News: ‘फास्टैग’ की मदद से पुलिस ने इस तरह सुलझाया लूट का मामला, छह लोग हुए गिरफ्तार