Maharashtra: आदित्य ठाकरे की बढ़ेंगी मुश्किलें? SIT तीन साल बाद खोलेगी दिशा सालियान की मौत का रहस्य!
Disha Salian Death: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान ने आत्महत्या क्यों की? ये वो सवाल है जिसका जवाब जानने के लिए आज SIT का गठन हुआ है.
Aaditya Thackeray and Disha Salian Case: पुलिस ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा कि इस सिलसिले में पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं. राज्य के गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे फडणवीस से जब संवाददाताओं ने यह सवाल किया कि क्या सालियान मामले में एसआईटी गठित की गई है, उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में, विधानसभा में (एसआईटी गठित करने की) मांग उठी थी. सरकार ने कहा था कि साक्ष्यों की पड़ताल की जाएगी और पुलिस विभाग को निर्देश दिए जाएंगे. इसलिए, उन्हें निर्देश दिए गए हैं.’’
जांच के लिए SIT गठित
मुंबई में एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘मलवानी थाने के वरिष्ठ निरीक्षक चिमाजी अधव मामले की जांच करेंगे और पुलिस उपायुक्त अजय बंसल जांच की निगरानी करेंगे.’’ सालियान (28) ने आठ जून 2020 को एक इमारत से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. इसके कुछ ही दिन बाद, सुशांत (34) का शव मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने फ्लैट में फंदे से लटका मिला था. दिशा सालियान के पिता सतीश सालियान ने पुलिस को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें अपनी बेटी की मौत के मामले में किसी गड़बड़ी का संदेह नहीं है. उन्होंने मुंबई पुलिस की जांच पर भी पूरी तरह से संतोष जताया था.
उद्धव गुट की आई प्रतिक्रिया
एसआईटी के गठन पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी दबाव बनाने के इस तरह के हथकंडों के आगे नहीं झुकेगी. बीजेपी की आलोचना करते हुए राउत ने कहा कि वे अमेरिकी या रूसी जासूसी एजेंसियों-क्रमश: सीआईए और केजीबी को जांच सौंप सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम दबाव बनाने के इन हथकंडों के आगे नहीं झुकेंगे. एसआईटी गठित करें या जांच सीआईए या केजीबी को सौंप दें. केंद्र और राज्य सरकार राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने की फैक्टरी है.’’
राउत ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूद शासन का समय विपक्षी नेताओं के खिलाफ एसआईटी गठित करने पर ही बीता है.’’