Aditya Thackeray on Eknath Shinde: शिंदे गुट के मंत्रियों के भ्रष्टाचार की जानकारी कौन दे रहा है? आदित्य ठाकरे का बीजेपी पर निशाना
Aditya Thackeray VS Eknath Shinde: आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'जब सत्र शुरू होगा तो शिंदे गुट मित्र दल के लोग हमारे पास आएंगे और घोटाले के कागजात सौंपेंगे.
Aditya Thackeray on CM Eknath shinde: ठाकरे समूह के नेता आदित्य ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, बीजेपी के लोग हैं जो हमें शिंदे समूह घोटाले के दस्तावेज देते हैं. उन्होंने वर्ली में आयोजित निर्धार मेला में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बात कही है. उन्होंने कहा है कि, ''जब सत्र शुरू होगा तो उनके (शिंदे गुट) मित्र दल (बीजेपी) के लोग हमारे पास आएंगे और घोटाले के कागजात सौंपेंगे.''
आदित्य ठाकरे का निशाना
इस बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, 'मुझे बताया गया कि हमारे होर्डिंग हटा दिए गए हैं. मैंने उनसे कहा कि डर अच्छा है. सरकारी सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है. आम शिवसैनिक इस सरकार से डरे हुए हैं. बैनर हट भी जाए तो भी हमें मन से कोई नहीं हटा सकता.
एकनाथ शिंदे को लेकर कही ये बात
कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी वर्ली में सभा की थी. उस बैठक में कई कुर्सियां खाली नजर आई थीं. इसी वजह से आदित्य ठाकरे ने शिंदे की आलोचना करते हुए कहा, उन्होंने नाम चुरा लिया, लेकिन आप इन कुर्सियों को नहीं चुरा सकते. मीडिया से अपील करते हुए उन्होंने कहा, "कुर्सियों की भीड़ दिखाई, अब शिवसैनिकों की भीड़ दिखाओ." शिंदे-फडणवीस सरकार पर हमला बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, 'हम जिस मुंबई की रक्षा करते रहे हैं.' यह बीजेपी सरकार मुंबई को दिल्ली के सामने झुकाने का काम कर रही है. हम जो काम कर रहे थे, उसे उन्होंने रोकने की कोशिश की.
अपनी सरकार के गिनाए काम
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि सरकार ने ठेकेदारों की लॉटरी निकाली है. आज सड़क का कुछ काम हुआ है. यह एक बड़ा सड़क घोटाला है. जब मैंने यह घोटाला निकाला तो हमने मुंबईकरों के साढ़े चार करोड़ रुपए बचाए. हमने पांच सौ वर्गफीट के घरों को टैक्स फ्री किया. जब वे सरकार में आए तो उन्होंने किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, कोविड काल में हम साढ़े छह लाख करोड़ रुपये का निवेश लेकर आए. अब पिछले साढ़े छह महीने में क्या कोई निवेश हुआ है? उन्होंने यह सवाल राज्य सरकार से पूछा है.