MVA CM Face: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में तकरार जारी है. दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार (4 सितंबर) को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एमवीए को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है. पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इस संबंध में फैसला चुनाव परिणामों के बाद किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार इस आधार पर तय किया जाएगा कि गठबंधन में कौन सी पार्टी सबसे अधिक सीट जीतती है. उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि एमवीए सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी करे और जल्द से जल्द चुनाव प्रचार शुरू करे.
नाना पटोले ने किया समर्थन
उनके इस बयान का महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी समर्थन किया. पटोले ने कहा कि चुनाव में हम महाविकास अघाडी के तौर पर ही जाएंगे और एमवीए ही हमारा संख्याबल होगा, सीएम हम बाद में तय करेंगे.
दोनों नेताओं के बयान के बाद सियासी गलियारों में ये माना गया कि इससे उद्धव ठाकरे की दावेदारी कमजोर होगी. दरअसल, एमवीए में शामिल शिवसेना यूबीटी चुनाव पूर्व उद्धव ठाकरे को सीएम चेहरा बनाने की मांग करती रही है.
आदित्य ठाकरे ने क्या कहा?
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता और उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) के तीन घटक दलों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई टकराव नहीं है. ठाकरे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन का उद्देश्य शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकना है.
ठाकरे छत्रपति संभाजीनगर, जालना, परभणी, हिंगोली और नांदेड़ जिलों के बारिश प्रभावित गांवों का दौरा करने से पहले कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि हमारी लड़ाई किसी के खिलाफ नहीं है. यह महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ है और हम चाहते हैं कि इस सरकार को राज्य की सत्ता से हटा दें. यह हमारा प्रमुख उद्देश्य है.’’
एमवीए के मुख्यमंत्री पद के दावेदार का नाम चुनाव के बाद तय होने के शरद पवार के बयान पर उन्होंने कहा, ‘‘यह सही है. आंतरिक चर्चा होगी. कोई भी मुख्यमंत्री के पद के लिए नहीं लड़ रहा. लेकिन सीटों को लेकर रस्साकशी हो सकती है. सभी हर सीट पर दावा करेंगे.’’
बीजेपी नेता के बयान पर आदित्य ठाकरे क्या बोले?
शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के भाजपा के साथ गठबंधन छोड़ने के बाद भाजपा को नुकसान होने के पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के बयान के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा, ‘‘पहली बार बीजेपी ने कुछ सच कहा है.’’
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