Maharashtra News: मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार के बीएमसी कमिश्नर को लिखे पत्र के बाद सियासत गरमा गई है. शेलार ने बीएमसी कमिश्नर भूषण गगराणी को पत्र लिखकर एकनाथ शिंदे की सरकार के दौरान शुरू की गई छह हजार करोड़ रुपये की सड़क सीमेंटिंग परियोजना में घटिया गुणवत्ता का आरोप लगाया. वहीं अब शिवसेना यूबीटी के नेता ने भी इस मुद्दे को उठाया है.
शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, "बीजेपी ने सड़क घोटाले को लेकर एसआईटी की मांग की है. सड़क घोटाले को लोगों के सामने मैं लेकर आया था. आज वही बीजेपी है, जो एकनाथ शिंदे के साथ सरकार में थी. सड़क की हालत जो खराब होनी थी वह हो चुकी है. कॉन्ट्रैक्टर को पैसे मिल चुके हैं, भ्रष्टाचार हो चुका है. आज बीजेपी वाले नाटक कर रहे हैं कि एसआईटी से जांच होनी चाहिए."
'एकनाथ शिंदे को मंत्रालय में न लें'
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सच में जांच चाहते हैं तो एकनाथ शिंदे को मंत्रालय में न लें, दीपक केसरकर और मंगल प्रभात लोढ़ा को मंत्रालय में न लें, ये तो मुंबई के पालक मंत्री थे और इनके समय यह घोटाला हुआ है. मैं सबूत के साथ इस स्कैम को लेकर आया था और लोगों के सामने इसे उजागर किया था.
'गंभीरता से कराएं जांच'
आदित्य ठाकरे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस के पास दिखने के लिए मौका है कि उनकी सरकार भ्रष्ट नहीं, अच्छी है. एकनाथ शिंदे, दीपक केसरकर और मंगल प्रभात लोढ़ा को दूर रखिए और इस मामले की गंभीरता से जांच कराएं. उन्होंने आर्थिक अपराध शाखा से जांच कराने की मांग करते हुए एक पैनल गठित करने की मांग की.
आशीष शेलार ने उठाया था मुद्दा
बीजेपी नेता आशीष शेलार ने बीएमसी कमिश्नर भूषण गगराणी को जो पत्र लिखा है, उसमें एकनाथ शिंदे सरकार के कार्यकाल में छह हजार करोड़ रुपये की सड़क सीमेटिंग परियोजना में घटिया गुणवत्ता की सामग्री के उपयोग का आरोप लगाया है. इस मामले में शेलार ने जांच की मांग की है.
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