Maharashtra Politics Crisis: महाराष्ट्र के सियासत में रविवार (2 जुलाई) को एक बड़ा उथल पुथल देखने को मिला. जब एनसीपी के बड़े नेताओं में शुमार अजित पवार विद्रोह करते हुए, महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार में शामिल हो गए हैं. जिसके बाद आनन फानन में अजित पवार को डिप्टी सीएम के पद की शपद दिलाई गई. उनके साथ एनसीपी के कुल 9 नेताओं ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली है.
शपथ लेने वाले नेताओं की ये है लिस्ट-
रविवार को महाराष्ट्र कैबिनेट में एनसीपी के बागी नेता अजित पवार ने डिप्टी सीएम के पद की शपद ली. उनके साथ एनसीपी के विधयाकों ने भी एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और बीजेपी गठबंधन वाली प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. एनसीपी के इन दिग्गज नेताओं में छगन भुजबल, दिलीप वालसे पाटिल, हसन मुश्रीफ ने कैबिनेट मंत्री बने हैं. इसके अलावा अनिल पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव आत्राम, संजय बनसोडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है.
राहुल गांधी और शरद पवार में नजदीकी से थे नाराज अजित पवार
महाराष्ट्र के नवनियुक्त डिप्टी सीएम अजित पवार के एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार में शामिल होने से शरद पवार और महाविकास अघाड़ी को झटका लगा है. अजित पवार गुट ने दावा किया है कि उनको 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है. बताया जा रहा है कि अजित पवार राहुल गांधी के से शरद पवार की नजदीकी से नाराज थे.
वर्तमान में महाराष्ट्र में एनसीपी में 53 विधायक हैं, जिनमें से 40 से अधिक विधायक बगावत करके अजित पवार के साथ हो गए हैं. सूत्रों के अनुसार मिली खबर के मुताबकि एसीपी के 5 में से 3 सांसद अजित पवार के साथ हैं, जिनमें कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल भी शामिल हैं.
एनसीपी के बागी नेताओं को रविवार दोपहर में राजभवन में महाराष्ट्रे के राज्यपाल रमेश बैंस ने पद और गोपनीयता की शपद दिलाई. इससे पहले भी अजित पवार एनसीपी में बगावत कर चुके हैं, जब उन्होंने 23 नवंबर 2019 को बीजेपी का दामन थाम लिया था. हालांकि अजित पवार ने प्रदेश सरकार में डिप्टी सीएम के पद की शपथ लेने के बावजूद चार्ज नहीं संभाला था और तीन दिन बाद यानि 26 नवंबर 2019 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
नवनियुक्त डिप्टी सीएम सहित 3 नेताओं पर चल रही है जांच
प्रदेश सरकार में शामिल एनसीपी के तीन बड़े नेताओं पर गंभीर मामलों में जांच जारी है. शपद लेने वाले 9 में से 3 मंत्रियों पर जिनमें नवनियुक्त डिप्टी सीएम अजित पवार भी शामिल हैं पर जांच चल रही है. अजित पवार पर एमएसएम बैंक घोटाले में आरोपी हैं, जिसकी जांच ईडी कर रही है. जबिक छगन भुजबल और हसन मुश्रीफ पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है, इसकी भी जांच ईडी कर रही है.
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