Maharashtra Assembly Election 2024: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी इस बार महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव प्रचार में काफी सक्रिए हैं. उनकी पार्टी ने इस बार 288 विधानसभा सीटों में से केवल 16 सीटों में पर उम्मीदवार उतारे हैं. यह 2019 के विधानसभा चुनाव में उतारे गए प्रत्याशियों की संख्या के लिहाज से काफी कम है. 


पांच साल पहले संपन्न महाराष्ट्र विधानभा चुनाव में एआईएमआईएम ने 44 उम्मीदवार चुनाव में उतारे थे. इनमें से महज 2 सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी जीत हासिल करने में कामयाब हुए. इसके बावजदू ओवैसी को इस बार ज्यादा बेहतर परिणाम हासिल करने की उम्मीद है. 


एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के तीखे बयान पहले की तरह इस बार हॉट टॉपिक भी बन रही हैं. ऐसा इसलिए कि लगातार इस बार उनके बयान और उस पर विरोधियों की ओर से आये जवाबी बयान भी सुर्खियों में हैं. 


'23 नवंबर को BJP को जनता देगी जवाब' 


एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी मंगलवार को भिवंडी में अपने 2 उम्मीदवारों के लिए सभा की, जिसमें उन्होंने कई बड़े मुद्दों को उठाया. भिवंडी में पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में भाषण देते हुए ओवैसी ने कहा, "तीन तलाक, सीएए, यूएपीए और वक्फ बोर्ड बिल जैसे संवैधानिक प्रावधान काले कानून हैं. जनता इसका जवाब 23 नवंबर को देगी." 


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "इस्लाम और मोहम्मद पैगंबर का अपमान किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसा ऐलन करते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवेसी ने लोगों से अपने पार्टी के सभी उमेदवारों को जिताने का आह्वान किया."


'सीएम योगी को ये शोभा नहीं देती'


ओवैसी चुनाव प्रचार के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के दिए बयान 'बटेंगे तो कटेंगे' के नारे की उन्होंने जमकर आलोचना भी की. मुख्यमंत्री को ये भाषा शोभा नहीं देती. गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाने वाली सरकार ने हजारों लोगों को बेघर किया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया की उनकी गाड़ी पर भी गोलियां चलाने का काम हुआ है. अपनी पार्टी के उम्मीदवार वारिस पठान के प्रचार के लिए ओवैसी भिवंडी मे एक रैली के दौरान भाषण दे रहे थे. 


विधानसभा चुनाव है या जंगल राज?


महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम फडणवीस के वोट जिहाद और धर्म युद्ध के बयानों पर तंज कसते हुए उन्होंने पूछा है कि ये विधानसभा चुनाव है या जंगल राज? अपने भाषण के दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव को भी जमकर लताडा! धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल मे मुजफ्फरनगर दंगों में पचास हजार से ज्यादा लोगों को बेघर किया था.  


उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान सौ से ज्यादा महिलाओं के साथ बलात्कार भी हुए थे. बाबासाहेब आंबेडकर ने लिखा है कि संविधान जिंदा है, लेकिन गोडसे मुर्दा हैं. यह कहते हुए उन्होंने पीएम मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' बयान पर हमला बोला. 


असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी डायलॉग बाजी करने के सिवा कोई काम नहीं करते और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में डायलॉग लिखने का काम करना चाहिए.


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