Maharashtra: 'महायुती में अनबन है, एकनाथ शिंदे के...', AIMIM नेता वारिस पठान का बड़ा दावा
Maharashtra News: महाराष्ट्र में रविवार को कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया संपन्न हुई. इस बीच मंत्रियों के ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले की बात चल रही है. इसपर वारिस पठान नेअपनी प्रतिक्रिया दी है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने सोमवार को महाराष्ट्र में मंत्रियों के ढाई-ढाई साल के कार्यकाल पर प्रतिक्रिया दी है. महाराष्ट्र में लंबे इंतजार के बाद रविवार को कैबिनेट विस्तार हुआ. सभी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. लेकिन, ढाई-ढाई साल जो शिगूफा छोड़ा गया है, इस सवाल के जवाब में वारिस पठान ने कहा कि ये एक शिगूफा ही दिख रहा है. महायुती में अनबन है.
उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ खुद बीजेपी के कैबिनेट मंत्री आशीष शेलार ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होने कहा कि एक बड़ा फेमस डायलॉग है, गंदा है पर धंधा है. ढाई-ढाई साल क्यों, 6 महीने में ही मंत्री बदल देना चाहिए. बीजेपी के ही एक नौ बार के विधायक हैं, उनको कोई मंत्री पद नहीं मिला. छगन भुजबल नाराज हैं. एकनाथ शिंदे नाराज हैं. आगे आगे देखिए क्या होता है.
प्रियंका गांधी के बैग विवाद पर क्या बोले वारिस पठान?
वहीं प्रियंका गांधी के फिलिस्तीन बैग विवाद पर वारिस पठान ने कहा कि मैं कांग्रेस का प्रवक्ता नहीं हूं. आपके फिलिस्तीन के सवाल का जवाब मैं जरूर दूंगा. फिलिस्तीन का समर्थन तो भारत सरकार ही कर रही है. महात्मा गांधी से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी तक सभी ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है. हम तो पहले से ही फिलिस्तीन का समर्थन करते आए हैं.
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि फिलिस्तीन में हजारों लोगों की जान चली गई. मासूम बच्चों की इजरायल ने निर्मम हत्या कर दी. लाखों लोग बेघर हो गए. फिलिस्तीन का मुद्दा तो साफ है. फिलिस्तीन से तो हमारी आस्था भी जुड़ी हुई है. पवित्र मस्जिद अल-अक्सा फिलिस्तीन में है. हम पहले दिन से कह रहे हैं कि फिलिस्तीन के साथ अन्याय हो रहा है, उसे न्याय मिलना चाहिए.
संभल मामले पर वारिस पठान ने कही ये बात
उत्तर प्रदेश में संभल मामले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में वारिस पठान ने कहा कि संभल को लेकर बीते कुछ दिनों से दुष्प्रचार किया जा रहा है. अफवाह फैलाई जा रहा है. वहां के केयरटेकर रस्तोगी परिवार का कहना है कि 2006 तक वहां पर मंदिर था और पूजा भी होती थी. उनके पास चाबी भी थी, फिर क्यों झूठ फैलाया जा रहा है? देश के अंदर बीजेपी-आरएसएस वाले इसी प्रकार से नफरत फैलाते हैं.
वारिस पठाने ने आगे कहा कि कार्बन डेटिंग की जो बात कही जा रही है, पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश दिया है, क्या ये उसका उल्लंघन नही है? ऐसा करना प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट का भी उल्लंघन है. कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. देश में इतनी बड़ी संख्या में मस्जिदें हैं, क्या आप सभी में खुदाई करवाएंगे? कल अगर मुझे सपना आया कि पार्लियामेंट के नीचे कुछ है? तो क्या मुझे आदेश मिलेगा कि उसके नीचे मैं खुदाई करूं? योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री फेल हो चुके हैं.