Maharashtra Politics: औरंगाबाद जिले का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किए जाने के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) सांसद इम्तियाज जलील (Imtiyaz Jaleel) ने विरोध की कमान संभाली है. समर्थकों संग सांसद इम्तियाज जलील छत्रपति संभाजीनगर समाहरणालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. धरनास्थल पर कुछ युवक हाथों में 'औरंगजेब' का होर्डिंग लेकर पहुंच गए.


सांसद के आंदोलन में नारेबाजी का वीडियो हुआ वायरल


प्रदर्शनकारियों ने 'जिंदाबाद जिंदाबाद, औरंगाबाद जिंदाबाद' के नारे लगाए. नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अनशन के दौरान कुछ युवाओं ने औरंगजेब की तस्वीर खींचकर जश्न मनाया. घटना पर सांसद इम्तियाज जलील ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि आंदोलन की छवि बिगाड़ने के लिए शरारती तत्वों की करतूत है. सांसद ने आरोप लगाया कि शरारती तत्वों को साजिश के तहत फोटो देकर भेजा गया था. मामला सामने आने के बाद धरनास्थल से आरोपी युवकों को हटा दिया गया है.


औरंगाबाद का नाम बदले जाने के विरोध में भूख हड़ताल


गौरतलब है कि सांसद की भूख हड़ताल शुरू होते ही धरनास्थल पर कुछ युवक औरंगजेब का होर्डिंग लेकर पहुंच गए और 'जिंदाबाद जिंदाबाद, औरंगाबाद जिंदाबाद' के नारे लगाए. हाल ही में औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदला गया है. अब औरंगाबाद 'छत्रपति संभाजीनगर' और उस्मानाबाद 'धाराशिव' के नाम से जाना जा रहा है. दोनों जिलों का नाम बदले जाने से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील नाराज हैं.


उन्होंने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया था. आपको बता दें कि औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने का फैसला महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्रिमंडल की 20 अक्टूबर 2022 को हुई आखिरी बैठक में लिया गया था. सांसद इम्तियाज जलील ने फैसले का विरोध करते हुए कहा था कि शहर का नाम बदलने पर करदाताओं का पैसा खर्च होता है. 


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