Ramgiri Maharaj News: रामगिरी महाराज की ओर से पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर मुस्लिम समुदाय में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इसको लेकर मुंबई में तहरीक-ए-अवकाफ और ऊलेमा बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया. इसमें AIMIM नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान भी शामिल हुए.
वारिस पठान ने कहा, "हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हमारी सरकार से मांग है गंगागिरी महाराज को फ़ौरन हिरासत में लिया जाए."
बता दें कि नासिक जिले में सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरी महाराज ने कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
पूर्व विधायक वारिस पठान ने बैठक के दौरान कहा कि भारतीय मुसलमान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के मुसलमान पैगंबर मोहम्मद साहब साहब की शान में किसी भी तरह की गुस्ताखी कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. आरोपी महाराज पर एफआईआर तो दर्ज कर ली गई है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है.
रामगिरी महाराज पर इन धाराओं में मामला दर्ज
रामगिरी महाराज के खिलाफ मुंबई पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 302 और अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. इसमें धर्म के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी और बढ़ावा देना, शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना, अपराधिक धमकी देने से संबंधित धाराएं और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से संबंधित धाराएं शामिल हैं.
छत्रपति संभाजीनगर और नासिक जिले में रामगिरी महाराज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. दरअसल, रामगिरी महाराज ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए गए अत्याचार के विरोध में यह बयान दिया.
एफआईआर दर्ज होने के बाद क्या बोले रामगिरी महाराज?
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी रामगिरी महाराज की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि मेरा एकमात्र मकसद हिंदुओं को एकजुट करना था. अब जो भी होगा मैं उसका सामना करूंगा, अगर मामला दर्ज किया गया है कि तो मैं नोटिस आने पर इसको देखूंगा.
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