Ajaz Khan Mumbai North Central Independent Candidate: महाराष्ट्र लोकसभा चुनाव इस बार और दिलचस्प होता नजर आ रहा है. अब मुंबई की उत्तर मध्य सीट से एक्टर एजाज़ खान ने चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है. एजाज़ खान फिल्म अभिनेता के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं और बिग बॉस के जरिए उन्होंने फेम हासिल किया. अब एजाज़ खान राजनीति में अपनी किस्मत आज़माना चाहते हैं.
एजाज़ खान मुंबई की उत्तर मध्य सीट से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने वाले हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए ये जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि उनका चुनाव चिन्ह डंबल है. साथ ही, उन्होंने जनता से अपील की है कि उनके चुनाव चिन्ह का बटन दबाकर उनका साथ दें.
सिस्टम बदलने के लिए लड़ना चाहते हैं चुनाव
जानकारी के लिए बता दें कि एजाज़ खान का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार उज्जवल निकम और कांग्रेस प्रत्याशी वर्षा गायकवाड के साथ होने वाला है. इसकी तैयारी करते हुए एजाज़ खान ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक नारा भी दिया है. लिखा है- 'जन-जन के दिल का चहेता हूं. नेता नहीं मैं बेटा हूं.'
बड़ा बयान देते हुए एजाज़ खान ने कहा, "अगर सिस्टम में बदलाव लाना है और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ना है तो सिस्टम के अंदर बैठना होगा. बिग बॉस में लोगों ने मुझे बहुत पसंद किया है, लेकिन मैं बिग बॉस के असल घर में जाकर आया हूं. इससे सिस्टम समझ में आता है. मुझे ऐसा लगा कि बाहर आने के बाद डर के बैठ जाने से अच्छा है कुछ करो. थोड़ी बहुत जिंदगी बची है, लड़ कर मर जाते हैं."
एजाज़ खान को आए धमकी भरे फोन
एजाज़ खान ने यह भी दावा किया, "मुझे धमकियों के फोन भी आ रहे हैं कि अपना फॉर्म वापस ले लो और घर बैठ जाओ. मैं लड़ाई लड़ने और लोगों का भला करने उतरा हूं और मुझे भला करना है. मैंने ये केवल नेता रह कर नहीं बल्कि इंसान रह कर भी किया है. एक्टर के तौर पर भी मैंने सड़क पर उतर कर लड़ाइयां लड़ी हैं."
एजाज़ खान ने आगे कहा, "मैं सिस्टम में आऊंगा तो कुछ कर पाऊंगा और चाहता हूं लोग मेरा साथ दें. मैं जवान और स्वस्थ नेता हूं, जो ग्राउंड पर उतरेगा और घर-घर जाकर लोगों को समझाएगा कि हमें किस चीज की जरूरत है. अभी हमें मंदिर-मस्जिद से ज्यादा स्कूलों की जरूरत है. बच्चे पढ़ेंगे तो उन्हें समझ आएगा."
धर्म के मुद्दे पर बोले एजाज़ खान
अभिनेता ने कहा, "मुझे बहुत सारे हिन्दू मिले जिन्होंने गीता नहीं पढ़ी, बहुत सारे मुस्लिम मिले जिन्होंने कुरआन नहीं पढ़ी. तो असल में लोगों को पता ही नहीं है कि धर्म क्या है. जब पढ़ोगे तब पता चलेगा कि गीता यह कभी नहीं कहती कि मुसलमानों को मार दो. कुरआन में यह नहीं लिखा कि हिन्दुओं को मार दो या मंदिर तोड़ दो. ये इंसानों की बनाई हुई चीजें हैं, इसको धर्म पर थोप कर लोग राजनीति खेल रहे हैं. आप तोड़ने की राजनीति बंद कर के जोड़ने की राजनीति शुरू करो. इससे भारत बहुत आगे पहुंच सकता है."
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