Delhi News: एनसीपी (NCP) चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने मंगलवार को दिवाली पड़वा (Diwali Padwa) के सालाना जश्न में अपने गृहनगर बारामती (Baramati) में शुभचिंतकों से मुलाकात की, लेकिन इसमें उनके भतीजे और डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) ने शिरकत नहीं की. पवार परिवार हर साल दिवाली (Diwali) पड़वा यहां मनाता है. इस अवसर पर राज्यभर के एनसीपी कार्यकर्ता और नेता शरद पवार को शुभकामनाएं देने बारामती पहुंचते हैं. इस साल भी बड़ी संख्या में लोग शरद पवार के आवास पर जुटे थे.
दिवाली पड़वा के जश्न में मौजूद रहीं सुप्रिया सुले ने पत्रकारों को बताया कि अजित दादा डेंगू से पीड़ित हैं और पिछले 21 दिनों से डॉक्टरों की सलाह पर आराम कर रहे हैं. कार्यक्रम में रोहित पवार की गैरमौजूदगी पर सुप्रिया सुले ने कहा कि वह अपनी युवा संघर्ष यात्रा के लिए बीड में थे.
बता दें कि अजित पवार ने शुक्रवार को शरद पवार से मुलाकात की थी जिससे राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई थीं. सुले ने तब कहा था कि यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी. उन्होंने कहा, ''हमारी राजनीतिक विचारधाराएं भले अलग हैं, लेकिन फिर भी हम अपने व्यक्तिगत संबंध बनाए रखते हैं. पेशेवर जिंदगी और निजी जिंदगी में अंतर होता है.''
चाचा और भतीजा के बीच पार्टी के सिंबल को लेकर विवाद जारी
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार की अपने चाचा के साथ यह दूसरी मुलाकात थी. उधर, अजित पवार गुट के नेता अंकुश काकड़े ने बताया कि डिप्टी सीएम डेंगू से पीड़ित हैं. संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टरों ने उन्हें बड़ी सभाओं से दूर रहने की सलाह दी है. अजित पवार ने पार्टी के नाम और सिम्बल पर दावा किया है. जबकि सूत्र बताते हैं कि शरद पवार के गुट ने चुनाव आयोग को जानकारी दी है कि अजित पवार के गुट ने पार्टी पर दावा करने के लिए चुनाव समिति को 20,000 से अधिक फर्जी हलफनामे सौंपे हैं.
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