'फोटो पर जूते क्यों मार रहे हो, हिम्मत है तो सामने आओ, मैं भी...', MVA के 'जूता मारो आंदोलन' पर भड़के अजित पवार
Maharashtra Politics: अजित पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई, वह नहीं होना चाहिए था. इसको लेकर मैं, सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी माफी मांग चुके हैं.
Maharashtra Politics News: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई थी, जिसको लेकर महा विकास आघाडी के नेता सड़क पर उतर आए थे और उन्होंने रविवार को महायुति सरकार के खिलाफ 'जूता मारो आंदोलन' किया था. अब इस आंदोलन पर पलटवार करते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी के अध्यक्ष अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
अजित पवार ने कहा, "मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के अलावा मेरे पोस्टरों पर जूते मारने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि अगर आपमें हिम्मत है तो, सामने आओ. मैं भी देखता हूं." सोमवार को बारामती में जन सम्मान यात्रा के दौरान अजित पवार ने कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा जो ढह गई थी, वह नहीं होना चाहिए था. इसको लेकर मैं, सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माफी मांग चुके हैं.
मैं भी देखता हूं कि वह कैसे जूता मारते हैं- अजित पवार
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी सरकार और नौसेना इस मामले की जांच कर रही है, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, विपक्ष इस मामले को बेवजह तूल दे रहा है. यहां तक कि वह अब हमारे पोस्टरों पर जूता मारो आंदोलन कर रहा है." अजित पवार ने कहा, "अगर विपक्ष के नेताओं में हिम्मत है तो उन्हें हमारे सामने आना चाहिए. मैं भी देखता हूं कि वह कैसे जूता मारते हैं."
बता दें कि शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तस्वीर वाले बैनर पर चप्पल मारते दिखे थे. महा विकास अघाड़ी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने के मामले को लेकर महायुति सरकार को घेरने के लिए 'जूता मारो आंदोलन' का आयोजन किया था. इस दौरान उद्धव ठाकरे और एमवीए गठबंधन के अन्य नेताओं को सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार वाले पोस्टर को चप्पल से मारते हुए दिखाई दिए थे.