Maharashtra News: महाराष्ट्र का किसान एक तरफ संकट में फंसा हुआ है तो दूसरी तरफ सरकार अपने प्रचार प्रसार में करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है. नेता विपक्ष अजित पवार (Ajit Pawar) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला है. पवार ने कहा कि पिछले 6 महीनों में सरकार विज्ञापन पर 50 करोड़ खर्च कर चुकी है सोमवार से शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र (Maharashtra Budget Session 2023) से पहले विपक्ष ने सरकार को कई मुद्दों पर खेलने के संकेत दिए हैं.


'CM के बंगले पर खाने का खर्च 2 करोड़'


अजित पवार ने नासिक के प्याज उत्पादक किसान का उदाहरण बताते हुए सरकार की विफलता को जनता के सामने रखा. पवार ने बताया कि राजेंद्र तुकाराम चव्हाण नाम के प्याज उत्पादक किसान ने 50 किलो प्याज मंडी में बेचा. गाड़ी का भाड़ा, धुलाई, मजदूरी का पैसा काटने के बाद राजेंद्र चव्हाण को केवल 2 का चेक मंडी से दिया गया. चव्हाण ने नेता विपक्ष से पूछ रहा है कि वह क्या करें आत्महत्या के सिवाय दूसरा कोई चारा नहीं? इस मुद्दे को जनता के सामने रखते हुए अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी निशाने पर लिया पवार ने कहा कि पिछले 4 महीनों में मुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास वर्षा पर खाने-पीने और चाय के लिए दो करोड़ 38 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. जनता के पैसों का इस तरह से दुरुपयोग पहली बार दिखाई पड़ रहा है.


'3000 फाइल सीएम दफ्तर में धूल खा रही हैं'


खुद को आम आदमी का मुख्यमंत्री बताने वाले सीएम एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए अजित पवार ने कहा कि आम आदमी से जुड़ी हुई लगभग 3000 फाइल सीएम दफ्तर में इसलिए धूल खा रही हैं. मुख्यमंत्री को उस पर हस्ताक्षर करने तक का समय नहीं मिल रहा. पुणे में चल रहे उपचुनाव (Pune By-Election) के प्रचार और दूसरे कामों में मुख्यमंत्री इतने व्यस्त है कि वह अपनी जिम्मेदारी को ही भूल गए हैं.


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