Maharashtra NCP Politics: अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने इस बात पर जोर देकर कहा कि वह बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने के अपने फैसले से पीछे नहीं हटेगी. अजित पवार की गुट वाली एनसीपी नेता सुनील तटकरे का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने दोनों गुटों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ याचिकाओं को लेकर कहा है कि अजित पवार गुट ही असली NCP है क्योंकि उन्हें शरद पवार से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी में कोई फूट नहीं हुई है. सिर्फ गुट बन चुका है.  


पिछले साल जुलाई में एनसीपी में उस वक्त विभाजन हो गया था, जब अजित पवार पार्टी के आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की गठबंधन सरकार में शामिल हो गए थे. अजित पवार गुट के एनसीपी नेता सुनील तटकरे ने कहा, ''एनडीए में शामिल होने के हमारे फैसले से कोई पीछे नहीं हटेगा. यह निर्णय हमारे नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लिया है.


अजित पवार गुट ही असली एनसीपी


निर्वाचन आयोग ने 6 फरवरी को घोषणा की थी कि अजित पवार गुट ही असली एनसीपी है. इस घोषणा से पार्टी संस्थापक शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. आयोग ने एक आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ भी आवंटित कर दिया. इसने शरद पवार के नेतृत्व वाले समूह के लिए पार्टी का नाम 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार' भी आवंटित किया है. 


तटकरे ने शरद पवार गुट को लेकर क्या कहा?


लोकसभा सदस्य तटकरे ने दावा किया कि एनसीपी-शरदचंद्र पवार के कुछ नेता उनके पक्ष में जाने के इच्छुक हैं. तटकरे ने कहा, ''उनमें से कुछ मेरे संपर्क में हैं, जबकि अन्य अजित पवार के संपर्क में हैं. हम चुनाव से पहले उस पक्ष से किसी को भी अपनी पार्टी में शामिल करने के विरोध में नहीं हैं. तटकरे ने यह भी दावा किया कि सरकार में शामिल होने के फैसले के बाद से उनके गुट को समाज के अलग-अलग वर्गों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. उधर, एनसीपी (शरद पवार) ने बुधवार को उन खबरों को खारिज कर दिया कि वह किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ विलय की योजना बना रही हैं.


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