Ajit Pawar on Maratha Reservation: बीती रात उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने सरकारी निवास स्थान पर देवगिरी बंगले पर अपने गुट के विधायकों, सांसदों के साथ बैठक की. बैठक में छगन भुजबल भी शामिल रहे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में अजित पवार ने विधायकों को मराठा आरक्षण को लेकर विवादित बयान देने से बचने को कहा. सभी लोग इस बात का ध्यान रखे कि ऐसा कोई भी बयान ना दे जिससे दो जातियों के बीच मतभेद की स्तिथि पैदा हो. इस दौरान छगन भुजबल ने अजित पवार के सामने अपनी बात रखते हुए यह कहा कि मनोज जरांगे पाटिल भी दूसरों के लिए सही शब्दों का प्रयोग करें. बता दें कि बीते दिनों मनोज जरांगे पाटिल और छगन भुजबल ने एक दूसरे को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी.


मनोज जरांगे का अनशन
सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने सोमवार रात घोषणा की कि मराठा समुदाय के लोगों के लिए आरक्षण के समर्थन में एक दिसंबर से महाराष्ट्र के सभी गांवों में क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा. उन्होंने राजनीतिक दलों पर समुदाय को आरक्षण के लाभ से वंचित करने की साजिश रचने का आरोप लगाया. अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जरांगे ने कहा कि यह आंदोलन ‘‘निर्णायक चरण’’ में पहुंच गया है और समुदाय के सदस्य कानून के भीतर रहकर तथा अहिंसक तरीके से अपने अधिकार के लिए लड़ेंगे.


क्या बोले जरांगे?
उन्होंने नवी मुंबई में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनका ध्यान भटकाने की कोशिश करने वालों की कोई भी भ्रामक रणनीति काम नहीं करेगी क्योंकि वह आरक्षण के लिए लड़ना जारी रखेंगे. जरांगे ने कहा, ‘‘हमें आरक्षण से वंचित रखने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने एक सुनियोजित साजिश रची है.’’ उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को आरक्षण मुद्दा सुलझाने के लिए 24 दिसंबर तक का समय दिया है. जरांगे ने घोषणा की कि आरक्षण की मांग के समर्थन में एक दिसंबर से राज्य के प्रत्येक गांव में क्रमिक अनशन किया जाएगा.


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