Maharashtra: बीजेपी और शिवसेना से क्यों हाथ मिलाया? डिप्टी सीएम अजित पवार ने किया बड़ा खुलासा
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि मैंने पाया कि इस देश में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में महत्वपूर्ण विकास कार्य हो रहे हैं.
Ajit Pawar On BJP And Shiv Sena: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) ने रविवार (25 फरवरी) की रात अपने 'एक्स' (X) हैंडल पर एक बयान जारी कर पाला बदलने और बीजेपी और शिवसेना से हाथ मिलाने के अपने कारणों को साफ किया है. अजीत पवार ने अपने बयान में कहा है- "मैंने एक विचारधारा और उद्देश्य के साथ बिना किसी समझौता किए विकास कार्यों को पूरा करने के इरादे से अपनी भूमिका निभाई है''.
डिप्टी सीएम अजित पवार ने देश के पीएम और गृहमंत्री की भी तारीफ की. उन्होंने कहा- ''मैंने पाया कि इस देश में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में महत्वपूर्ण विकास कार्य हो रहे हैं. मुझे उनके नेतृत्व और सही निर्णय लेने की प्रक्रिया जैसे गुण पसंद आए. मेरी और उनकी कार्यशैली बहुत समान है. बड़ों का अनादर करने का मेरा कोई इरादा नहीं है."
Maharashtra Deputy CM Ajit Pawar issued a statement on his 'X' handle last night to clarify his reasons for switching sides and joining hands with BJP and Shiv Sena.
— ANI (@ANI) February 26, 2024
The statement reads, "I have taken my own role intending to complete the development works without any compromise… pic.twitter.com/JyrHuC0IZv
अजित पवार गुट को असली NCP माना था
बता दें कि अजित पवार जुलाई 2023 में एनसीपी के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. प्रदेश में इस सियासी घटनाक्रम के बाद शरद पवार गुट ने स्पीकर से पार्टी तोड़ने वाले विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी. विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने विधायकों की अयोग्यता को लेकर 15 फरवरी को फैसला सुनाते हुए अजित गुट को ही असली एनसीपी करार दिया था और उनके गुट के 41 विधायकों को अयोग्य नहीं ठहराया था.
शरद पवार गुट का चुनाव चिह्न क्या?
गौरतलब है कि इससे पहले 6 फरवरी चुनाव आयोग ने भी अजित पवार गुट को असली एनसीपी करार दिया था. आयोग ने कहा था कि बहुमत के आधार पर अजित गुट ही असली है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने अजित गुट वाली एनसीपी को चुनाव चिह्न घड़ी के इस्तेमाल का अधिकार दिया था. 7 फरवरी को शरद पवार गुट को नया नाम नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार दिया गया था. शरद पवार की पार्टी का नया चुनाव चिह्न 'तुरहा' बजाता हुआ आदमी है.
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