Caste Census in Maharashtra: देश में विपक्ष लगातार जातीय जनगणना कराने की मांग कर रहा है. जाति जनगणना को लेकर अब अजित पवार गुट की तरफ से भी बड़ा बयान सामने आया है. एनसीपी नेता छगन भुजबल ने एक बैठक के बाद कहा कि. "हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जातीय जनगणना की भी मांग करेंगे."


महाराष्ट्र में राज्य स्तरीय समता परिषद की अहम बैठक हुई. ये बैठक छगन भुजबल ने बुलाई थी. बैठक में मराठा, ओबीसी आरक्षण समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में मंगेश सासाने और लक्ष्मण हाके के स्वास्थ्य पर भी चर्चा की गई.


छगन भुजबल ने कहा कि वह इस बात पर अड़े हैं कि मराठा समुदाय के लिए ओबीसी से कोई आरक्षण नहीं है. भुजबल ने यह भी कहा कि वह अगले 5-6 दिनों में समता परिषद की बैठक बुलाएंगे. बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की. उस वक्त उन्होंने कहा था कि समता परिषद की बैठक में मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई.


भुजबल बोले, "अगर जातिगत जनगणना हो तो पता चल जाएगा कि कितने ओबीसी हैं. जनगणना होगी तो सही हिसाब सामने आ जाएगा. ओबीसी की स्थिति की जानकारी मिलेगी. अगर जातीय जनगणना कराई गई तो केंद्र सरकार से मिलने वाली धनराशि भी ओबीसी समुदाय को दी जाएगी." 


एनसीपी नेता ने आगे कहा, मंगेश सासाने और लक्ष्मण हाके हड़ताल पर हैं और मांग कर रहे हैं कि सरकार लिखित गारंटी दे कि ओबीसी आरक्षण प्रभावित नहीं होगा. इसमें उन बातों पर चर्चा होगी जिनसे ओबीसी के साथ अन्याय होगा. इसलिए उन्हें कोई भी उग्र रुख नहीं अपनाना चाहिए. छगन भुजबल ने यह भी कहा कि अगर सरकार की ओर से अन्याय किया जा रहा है तो मैं ओबीसी समुदाय के साथ रहूंगा. 


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