महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही न हुआ हो लेकिन सीटों पर मंथन हर खेमे में जारी है. इस बीच एक ऐसे ही बैठक एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल के घर बैठक हुई. इस बैठक में एनसीपी के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार भी शामिल हुए.
इसके अलावा पार्टी के सांसद सुनील तटकरे और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल भी इस बैठक का हिस्सा थे. इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन में 60 से ज्यादा सीटों की मांग पर चर्चा हुई.
अपनी ही सरकार के खिलाफ किया 'आंदोलन'
साथ ही आने वाले दिनों में अजित पवार की सम्मान यात्रा के आयोजन को लेकर भी इसमें चर्चा हुई. एनडीए के गठबंधन में अजित पवार की पार्टी दबाव की राजनीति करती दिख रही है. बीते दिनों से अजित पवार की पार्टी का अलग रुख देखने को मिला. छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने के मामले में अजित पवार ने सबसे पहले माफी मांगी और अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन भी किया था.
लोकसभा में पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक
अजित पवार महाराष्ट्र में एनडीए का हिस्सा है. एनडीए के साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन पार्टी को निराशा हाथ लगी. अजित पवार की पार्टी को महज एक सीट से संतोष करना पड़ा. बाद में 400 पार और सीएए का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे लोगों के बीच निगेटिव मैसेज गया हालांकि हमारा ऐसा उद्देश्य नहीं था.
जनसंपर्क में जुटी अजित पवार की पार्टी
अब विधानसभा चुनाव की तैयारी में पार्टी जुट चुकी है. अजित पवार यात्रा पर निकले. लोगों से सीधा संपर्क स्थापित करने पर ही पार्टी का पूरा फोकस है. 'मुख्यमंत्री लाड़की बहिन योजना' के जरिए अजित पवार की पार्टी भी महिलाओं को साधने में जुटी हुई है.
महाराष्ट्र में चुनाव कब?
माना जा रहा है कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा.