PM Modi Degree: शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता पर तंज कसने के बाद, ठाकरे के सहयोगी और एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री की उपाधि से ज्यादा महत्वपूर्ण महंगाई, बेरोजगारी और बेरोजगारी पर सवाल उठ रहे हैं. कानून व्यवस्था का मुद्दा अहम था. हां, मैं इस विवाद (मोदी की कॉलेज डिग्रियों के बारे में) के बारे में सुन रहा हूं. वह नौ साल से भारत के प्रधानमंत्री हैं. क्या नौकरी पाने के लिए डिग्री जरूरी थी? अजित पवार ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही.


अजित पवार ने क्या कुछ कहा?
अजित पवार ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और बिगड़ती कानून व्यवस्था देश में वास्तविक ज्वलंत मुद्दे हैं. मुझे लगता है कि आम लोगों की रोजमर्रा की समस्याएं ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और हमें उन समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए. अजित पवार का बयान एनसीपी अध्यक्ष और शरद पवार द्वारा अडानी-हिंडनबर्ग विवाद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की आवश्यकता पर सवाल उठाए जाने के दो दिन बाद आया है, जब सुप्रीम कोर्ट पहले ही पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति नियुक्त कर चुका है.


संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने भी साधा था निशाना
बता दें कुछ दिन पहले उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने भी पीएम मोदी की डिग्री को लेकर उनपर निशाना साधा था. उद्धव ठाकरे ने इस मामले पर तंज कसते हुए ट्वीट कर उन्होंने पीएम मोदी की डिग्री को शेयर किया था. गौरतलब है कि कुछ दिनों से कई नेता पीएम मोदी की डिग्री को लेकर उनपर निशाना साध रहे हैं. पीएम मोदी की डिग्री मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया है.


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