Maharashtra: NCP में फूट के बाद पहली बार चाचा शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंचे अजित पवार, सामने आया ये कारण
Ajit Pawar Meets Sharad Pawar: प्रतिभा पवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनसे मिलने के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आधिकारिक आवास 'सिल्वर ओक' गए.
Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के संस्थापक शरद पवार (Sharad Pawar) की पत्नी प्रतिभा पवार (Pratibha Pawar) की शुक्रवार को दक्षिण मुंबई (Mumbai) के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में सर्जरी की गयी.पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने इस संबंध में अधिक विवरण साझा किए बिना बताया कि प्रतिभा पवार की सर्जरी हाथ से संबंधित है.
बगावत के बाद पहली बार गए सिल्वर ओक
प्रतिभा पवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनसे मिलने के लिए उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के आधिकारिक आवास 'सिल्वर ओक' गए. अपने चाचा के खिलाफ बगावत करने के बाद अजित पवार पहली बार सिल्वर ओक गए. अजित पवार एनसीपी में बगावत करने के बाद दो जुलाई को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए थे.
अपनी चाची के करीबी माने जाते हैं अजित पवार
अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं. साल 2019 में प्रतिभा पवार ने ही कथित तौर पर उन्हें एनसीपी में वापस लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा चुनाव के बाद अल्पकालिक सरकार बनाई थी.अस्पताल में सुप्रिया सुले भी मां प्रतिभा पवार के साथ मौजूद थीं. उन्होंने इसी का जिक्र करते हुए ट्वीट किया कि हम जब अस्पताल से घर पहुंचे तो बाबा (शरद पवार) ने आई के घर में सुंदर फूल सजाए थे. उन्होंने इसके साथ इसकी तस्वीर भी शेयर की.
We just arrived home from the hospital, guess what Baba had organized beautiful flowers for Aai in their room. 🌸 🌼❤️
— Supriya Sule (@supriya_sule) July 14, 2023
सुंदर अशी अनमोल भेट...!
आम्ही आईला घेऊन हॉस्पिटलमधून घरी आलो तर बाबांनी तिच्या स्वागतासाठी हि अशी सुंदर फुले ठेवली होती... 🌸🌼❤️ pic.twitter.com/LtLhlyzAtL
बता दें एनसीपी नेताओं के बीच वह 'काकी' के नाम से मशहूर हैं. प्रतिभा पवार को पार्टी में अभिभावक के रूप में सम्मान दिया जाता है, लेकिन वह कभी भी राजनीति में सक्रिय नहीं रही हैं.